पुणे। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस को मिले 102 सीटों के जनादेश को ‘विपक्षी दल के नेता’ की भूमिका में जनता का स्पष्ट समर्थन बताते हुए, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने भाजपा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पूछा है कि जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से जुड़े सवाल उठाए, तब भाजपा नेताओं को 'आगंतुक' की तरह दखल देने का क्या हक है?
गोपालदादा तिवारी ने कहा कि विपक्षी नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में और मीडिया के माध्यम से चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए गए, जिसके जवाब में भाजपा नेताओं ने बिना संवैधानिक अधिकार के टिप्पणी कर, खुद को मजाक का पात्र बना लिया है। उन्होंने भाजपा नेताओं की इस हरकत को 'संविधानविरोधी' और 'लोकशाही के प्रति अनादर' करार दिया।
श्री तिवारी ने कहा: "2019 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस ने 52 से बढ़कर 102 सीटें जीती हैं। जनता ने विपक्ष को मजबूत करने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व को स्वीकार किया है। ऐसे में राहुल गांधी का यह दायित्व बनता है कि वे चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठाएं। लेकिन भाजपा नेता बिना मांगे राय देकर, मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।"
कांग्रेस प्रवक्ता तिवारी ने उठाए ये सवाल:
महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत अधिकृत मतदाता सूची से अधिक कैसे हो गया?
यह तकनीकी चूक है या सुनियोजित हेराफेरी ?
कई प्रत्याशियों और नेताओं ने चुनाव आयोग को लिखित में शिकायत दी है और कोर्ट का भी दरवाजा भी खटखटाया है।
गोपालदादा तिवारी ने जोर देकर कहा कि भाजपा नेताओं का आयोग की जगह बयान देना खुद में संदेह को गहरा करता है। उन्होंने कहा कि फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेता को ‘वास्तविक जनाधार’ की गरिमा को समझते हुए बोलना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस का आरोप है कि राहुल गांधी के सवालों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा अनावश्यक रूप से चुनाव आयोग की ढाल बन रही है, जबकि मूल प्रश्नों से कोई सरोकार नहीं दिखा रही। पार्टी ने इसे 'लोकशाही के लिए खतरनाक प्रवृत्ति' करार देते हुए जनमत का सम्मान करने की मांग की है।