पुणे । भारतीय वायूसेना प्रमुख के हालिया बयान से रक्षा मंत्रालय की सच्चाई उजागर हो जाने के बाद सत्ता पक्ष की पोल खुल गई है। इससे यह साबित हो गया है कि राहुल गांधी द्वारा देश की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल पूरी तरह वाजिब हैं और एक जागरूक, जिम्मेदार विपक्षी नेता की भूमिका उन्होंने बखूबी निभाई है। देशभर में उनकी इस भूमिका की सराहना हो रही है। यही कारण है कि भाजपा नेता बौखलाहट में आकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा विपक्षी नेताओं पर की गई अभद्र और अतार्किक टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि फडणवीस का यह बयान न केवल उनकी बौद्धिक दिवालियापन को उजागर करता है बल्कि यह उनके मानसिक विकृति का भी प्रतीक है।
गोपालदादा तिवारी ने कहा कि यदि फडणवीस को किसी की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करनी ही है, तो वह कांग्रेस नहीं, बल्कि भाजपा स्वयं है। ‘पार्टी विथ डिफरेंस’ कहे जाने वाले भाजपा ने देश को भ्रष्टाचारमुक्त बनाने का दावा किया था, लेकिन पिछले 11 वर्षों में उन्होंने एक भी भ्रष्ट नेता को जेल नहीं भेजा। उलटे, भाजपा में शामिल हुए भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण देकर भाजपा खुद ‘भ्रष्टाचार व्याप्त भाजपा’ बन गई है।
उन्होंने आगे कहा कि जिनके पास देश के रक्षा और गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है, वे नेता न तो सुरक्षा संबंधित सवालों पर कुछ बोलते हैं, न ही संवैधानिक उत्तरदायित्व निभाते हैं। इसके बजाय, वे जनता द्वारा चुने गए विपक्षी नेताओं पर बेहूदा आरोप लगाने में ही अपनी राजनीतिक उपलब्धि मानते हैं। यह रवैया उनके राजनीतिक अपरिपक्वता और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाता है।
गोपालदादा तिवारी ने फडणवीस को सलाह देते हुए कहा कि राष्ट्रीय मुद्दों या विपक्ष पर बयानबाजी करने की बजाय उन्हें महाराष्ट्र में किसानों की स्थिति, कानून-व्यवस्था, और बड़े घोटालों की ओर ध्यान देना चाहिए।
श्री तिवारी ने कहा कि ,एमएमआरडीए में हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए।
बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों की मदद की जाए।
बीड, परभणी, बदलापुर, पुणे जैसे जिलों में हुई हत्याओं के मामलों में तेजी लाई जाए।
धुले के मंत्री के निजी सहायक के कमरे से मिले डेढ़ करोड़ रुपये की जांच होनी चाहिए।
पोर्शे कार हादसे, बढ़ते ड्रग्स रैकेट और साइबर अपराधों की रोकथाम पर मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाते फडणवीस को ठोस कार्यवाही करनी चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री को अपने संवैधानिक दायित्वों का पालन करना चाहिए और राजधर्म निभाना चाहिए, न कि विपक्ष को कोसकर जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाना चाहिए।