कांग्रेस नेता केशवराव जेधे संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के प्रणेता : गोपालदादा तिवारी
फुले के विचारों के संवाहक, सरदार कान्होजी जेधे के स्वराज्य की विरासत को आगे बढ़ाने वाले

पुणे। ‘महाराष्ट्र दिवस एवं श्रमिक दिवस’ के अवसर पर अखिल भारतीय मराठा महासंघ, पुणे की ओर से देशभक्त केशवराव जेधे की प्रतिमा पर कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी के हाथों पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया गया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में गोपालदादा तिवारी ने कहा कि
“छत्रपति शिवाजी महाराज ने 18 पगड जातियों को साथ लेकर रयतेचे राज्य (जनता का शासन) स्थापित किया। इस ऐतिहासिक कार्य में सरदार कान्होजी जेधे का योगदान महत्वपूर्ण रहा। उन्हीं के वंशज केशवराव जेधे संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के संस्थापक अध्यक्ष बने। स्वतंत्रता सेनानी, देशभक्त और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष के रूप में केशवराव जेधे ने समाज में स्त्री शिक्षा को बढ़ावा देकर महात्मा फुले की विचारधारा को आगे बढ़ाया।”

उन्होंने कहा कि लोकमान्य तिलक के पश्चात पुणे शहर में कांग्रेस का नेतृत्व केशवराव जेधे ने संभाला। दुर्भाग्यवश, संयुक्त महाराष्ट्र की स्थापना से पूर्व ही उनका निधन हो गया, जो यशवंतराव चव्हाण समेत समस्त कांग्रेस जनों के लिए एक अपूरणीय क्षति रही।

गोपालदादा तिवारी ने आगे कहा कि “रयतेचे राज्य की संकल्पना भारतीय संविधान में अंतर्निहित है। उसकी पूर्णतः अमल में लाना ही सच्चे अर्थों में केशवराव जेधे सहित संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के हुतात्माओं को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

इस कार्यक्रम का स्वागत भाषण अखिल भारतीय मराठा महासंघ, पुणे शहर अध्यक्ष युवराज दिसले ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन तानाजी शिरोले ने किया।

इस अवसर पर सचिन वडघुले, राकेश गायकवाड़, गणेश मापारी, अनिकेत भगत, अतिश शेडगे, ज्ञानेश्वर कापसे, सुभाष जेधे, संजय अभंग, गणेश शिंदे, गणेश मोरे सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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