एड. आनंद तिवारी की रिपोर्ट
बल्दीराय /सुल्तानपुर । योगी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत एक बार फिर "बाबा का बुलडोजर" अवैध कब्जाधारियों पर कहर बनकर टूटा। बल्दीराय तहसील के धनपतगंज ब्लॉक अंतर्गत सतहरी ग्रामसभा के पूरे लोकई तिवारी मजरे सतहरी में बीते दिनों इमारती लकड़ी के वन क्षेत्र की ज़मीन पर हुए अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, इमारती लकड़ी वन क्षेत्र में राम नेवल प्रजापति पुत्र हुबलाल प्रजापति, बाबूलाल और गया प्रसाद नामक व्यक्तियों ने पिछले दो वर्षों से छान-छप्पर डालकर गैरकानूनी कब्जा कर रखा था और गांव के पानी निकलने वाले पारंपरिक स्रोत को पूरी तरह बंद कर रखा था।इसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त था और उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायतें की थीं।
ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी बल्दीराय ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को अविलंब अतिक्रमण हटाने और बारिश के मौसम में ग्रामीणों को जलभराव से निजात दिलाने हेतु उचित व्यवस्था करने का आदेश जारी किया। साथ ही, थाना अध्यक्ष को कार्रवाई के दौरान आवश्यक पुलिस बल मुहैया कराने का निर्देश भी दिया गया था।
निर्धारित दिन पर प्रशासन व पुलिस टीम की मौजूदगी में तीनों अवैध छप्परों को पूरी तरह ढहा दिया गया और खुदाई करवा कर बारिश के पानी के पारंपरिक स्रोत को फिर से बनाया गया। इस कार्रवाई से अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया, वहीं ग्रामीणों में काफी संतोष और उत्साह देखने को मिला।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किया धन्यवाद
सतहरी ग्रामसभा के नागरिकों ने इस साहसिक कदम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया। उनका कहना है कि इस समस्या का समाधान अब जाकर हुआ है, जिससे अब उन्हें राहत मिलेगी।
पूरा तहसील क्षेत्र चर्चा में
"बाबा के बुलडोजर" की यह कार्रवाई पूरे बल्दीराय तहसील में चर्चा का विषय बन गई है। लोग प्रशासन की तत्परता और कानून व्यवस्था को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
यह कार्यवाही उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो सरकारी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं अथवा कब्जा किए हुए हैं।
यह अलग बात है कि अवैध कब्जा धारी पानी के इस पारंपरिक बहाव स्त्रोत को फिर से पाटने और उसी स्थान पर छप्पर रख कर मकान बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं जिसका ग्रामीण तीव्र विरोध कर रहे हैं।