वे नारायण पेठ स्थित ‘प्रवास यशाचा अभ्यासिका’ के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर अध्ययन केंद्र के संचालक श्री देवा आवटे ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में धनंजय भिलारे, एडवोकेट स्वप्निल जगताप, गणेश शिंदे, राजेश सुतार और उदय लेले सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
आगे बोलते हुए तिवारी ने कहा कि पुणे में अध्ययन केंद्रों की बढ़ती संख्या यह साबित करती है कि यह शहर ‘शिक्षा का घर’ है। हालांकि, शहर के लिए एक संतुलित, शैक्षणिक वातावरण और पर्यावरण अनुकूल विकास अत्यंत आवश्यक है।