पुणे।
चुनावी प्रचार सभा में, राजनीतिक द्वेष के कारण स्तरहीन आरोप करते हुए महाराष्ट्र की संस्कृति, छत्रपति शिवाजी महाराज की शिक्षाएं, माँ जीजाबाई और संतों की शिक्षा का अपमान "महायुती के नेताओं" द्वारा लगातार किया जा रहा है। देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में गोपीचंद पडकलर की सभा में, कथित किसान नेता सदा खोत ने इंडिया गठबंधन के वरिष्ठ नेता आदरणीय शरद पवार के चेहरे की सर्जरी का उल्लेख करते हुए व्यंग्यात्मक टिप्पणी की, जिससे उनकी विकृत मानसिकता प्रकट होती है। इस टिप्पणी की 'कांग्रेस महाराष्ट्र प्रदेश' ने तीव्र निंदा की है, ऐसा बयान राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने जारी किया।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रवादी पार्टी के विभाजित गुट की सत्ता के प्रति इतनी मजबूरी और लालसा है कि ‘पितातुल्य वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष आदरणीय शरद पवार’ का मजाक बनाए जाने के बाद भी अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस चुप क्यों है?
भाजपा द्वारा प्रेरित सदा खोत की इस विकृत व्यंग्य पर यदि थोड़ी भी शर्म हो तो केवल निंदा नहीं बल्कि 'भाजपा-महायुती' से बाहर निकल कर महाराष्ट्र की मिट्टी के संस्कारों का सम्मान करना चाहिए, ऐसा आह्वान भी कांग्रेस प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने किया।
सदा खोत ने देवेंद्र फडणवीस को किसान कर्ज माफी का झूठा श्रेय देने के चक्कर में, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार द्वारा 2009 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कृषि मंत्री शरद पवार के कार्यकाल में किसानों को दी गई 71,000 करोड़ की कर्ज माफी को जानबूझकर भुला दिया। इस पर अजित पवार और उनके साथी चुप क्यों हैं? यह सत्ता की मजबूरी है या भाजपा के अधीन होने की स्वीकृति है, इस प्रकार की तीखी टिप्पणी भी कांग्रेस ने अजित पवार की राष्ट्रवादी पर की है।