इस बार पं. भीमसेन जोशी की संगीतमय विरासत को समर्पित 'परंपरा' कार्यक्रम में उनके बेटे श्रीनिवास जोशी और पोते विराज जोशी ने अपने गायन से उपस्थित श्रोताओं का दिल जीत लिया। इसके अलावा, कोसंबी बंधुओं द्वारा प्रस्तुत 'मेलडी बीट्स' कार्यक्रम, प्रो. गणेश चंदनशिवे के नेतृत्व में 'महाराष्ट्र का लोकमेला' और 12 घंटे लगातार चलने वाला लावणी महोत्सव ने भी लोगों का दिल जीत लिया। जितेंद्र भुरुक का 'ऑल टाइम हिट्स' और मुकेश देढिया द्वारा सजी 'ए.आर. रहमान, आर.डी. बर्मन और अजय-अतुल के हिट्स' ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महोत्सव के आयोजक, पुणे के पूर्व उपमहापौर आबा बागुल, ने यह सांस्कृतिक आयोजन 30 वर्षों से सफलतापूर्वक आयोजित कर रहे हैं। हर साल यहां मुफ्त प्रवेश वाले कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिसमें दर्शकों की बड़ी संख्या शामिल होती है। इस साल भी पुणे के विभिन्न क्षेत्रों से नामी हस्तियों ने इन कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
अगले तीन दिनों के कार्यक्रमों में 'फिल्मी कव्वाली का करिश्मा', 'मुजरा जुनून', और 'बॉलीवुड म्यूजिकल बिट्स' जैसे प्रस्तुतियां शामिल होंगी। आयोजकों ने पुणे के संगीत प्रेमियों से इन कार्यक्रमों में भी शामिल होने की अपील की है।