पुणे। कांग्रेस पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश प्रवक्ता पुणे महानगरपालिका के लोकप्रिय पूर्व कार्यक्षम नगरसेवक गोपालदादा तिवारी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेसजनों, अपने मित्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के नागरिकों और मतदाताओं के नाम एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में श्री तिवारी ने अपने संबंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा है कि पार्टी नेतृत्व यदि मेरे ऊपर विश्वास दर्शाता है और मुझे चुनाव लड़ने का आदेश मिलता है तो मैं किसी भी विधानसभा चुनाव लड़ूंगा और जीत भी हासिल करके पार्टी को सौगात दूंगा।
गोपालदादा तिवारी ने सोशल मीडिया पर जो पत्र लिखा है वह मूल रूप से मराठी भाषा में है उसका हिंदी रूपांतरण ज्यों का त्यों हम यहां अपने पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।
गोपालदादा तिवारी का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र
"विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर" मेरा विचार
सम्माननीय कांग्रेसजन, मित्रों, पार्टी और सामाजिक कार्यकर्ताओं, नागरिक भाइयों और बहनों, सादर नमस्कार।
'विद्या का माहेरघर' और 'संस्कृतिक राजधानी' के रूप में प्रसिद्ध पुणे शहर के ५६४ नारायण पेठ में मेरा जन्म एक सामान्य 'कांग्रेस विचारधारा वाले' परिवार (स्व. सौ कमलाबाई और स्व. शंकररावजी रधुनाथजी तिवारी) में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा मराठी में (नूतन मराठी विद्यालय प्राथमिक से नूमवी हाई स्कूल, बाजीराव रोड) और फिर वाडिया कॉलेज तक की यात्रा की। पारिवारिक कारणों से पढ़ाई में थोड़ा विराम आया, लेकिन मैंने अपनी जिद और मेहनत से मैसूर यूनिवर्सिटी से (एक्सटर्नल डिग्री) एमए (अंग्रेजी) तक की शिक्षा सफलतापूर्वक पूरी की।
नारायण पेठ में श्री विनायक मित्र मंडल और "पुणे शहर युवक कांग्रेस" के माध्यम से सामाजिक कार्यों की शुरुआत की। संजय गांधी के नेतृत्व में युवक कांग्रेस की ५ सूत्रीय योजना (वृक्षारोपण, साक्षरता प्रसार, परिवार नियोजन, अस्पृश्यता निवारण, और दहेज प्रथा उन्मूलन) को अपनाते हुए पुणे शहर और जिले में सरचिटणीस, महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के अंतर्गत डॉ. सुनील देशमुख, जितेंद्र आव्हाड, अनिस अहमद और मुझफ्फर हुसैन के साथ मिलकर सचिव, सरचिटणीस और उपाध्यक्ष के पद पर १२ वर्षों तक काम किया।
नारायण-सदाशिव पेठ क्षेत्र (ज्ञानप्रबोधिनी वार्ड) से पुणे महानगरपालिका नगरसेवक पद का चुनाव लड़कर भारी और महत्वाकांक्षी विकास परियोजनाओं को सफलतापूर्वक मार्गदर्शित किया। वार्ड में अनेकों विकास कार्य कराए। लड़कियों के लिए शिक्षा की व्यवस्था करवाई। इसी प्रकार जनहित के अनेकों कार्य किया जिसका आज भी लाभ मिल रहा है। उस दौरान मैंने प्रदेश युवक कांग्रेस के माध्यम से और फिर स्व. गोविंदरावजी आदिक, स्व. विलासरावजी देशमुख और स्व. प्रभाताई राव के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस में भी जोश के साथ काम किया।
महाराष्ट्र के तत्कालीन प्रभारी स्व. मोतीलालजी वोरा (बाबूजी) के संपर्क में आया और उनके मार्गदर्शन में २००६ से २०१६ तक अखिल भारतीय कांग्रेस महासमिति (AICC) के सदस्य के रूप में विभिन्न राज्यों (छत्तीसगढ़, हरियाणा, बिहार, गुजरात) में कार्य किया।
पारिवारिक स्वास्थ्य और समाज की सेवा के साथ, मैंने २०१९ से माननीय बाळासाहेब थोरात और बाद में माननीय नाना पटोले के नेतृत्व में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस में राज्य प्रवक्ता के रूप में काम करना शुरू किया। वरिष्ठ नेताओं पृथ्वीराजजी चव्हाण, डॉ. भालचंद्र मुणगेकर, मुकुलजी वासनिक, अविनाशजी पांडे और रमेशजी चेन्नीतला के साथ वैचारिक एकता साधने की कोशिश की है।
माननीय राहुल गांधी जी के साथ "भारत जोड़ो यात्रा" में, मैंने महाराष्ट्र में पूरे १६ दिनों तक राज्य यात्री के रूप में भाग लिया।
पुणे शहर में ८० फीट, एलबीएस रोड पर दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा स्थापित की, और बाद में AICC सदस्य बनने के बाद अपने आदर्श "भारत रत्न राजीव गांधी जी" की प्रतिमा स्थापित करने का भी गर्व है।
"राजीव गांधी स्मारक समिति" के माध्यम से हमने निम्नलिखित महत्वपूर्ण कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया है और आज भी कर रहे हैं। कांग्रेस के साथियों का यह समर्थन और निष्ठा हमारे लिए गर्व का विषय है।
नारायण-सदाशिव पेठ क्षेत्र से लगातार चुनाव जीतने के बाद, मैंने २००९, २०१४, २०१९ और २०२३ में भी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी से टिकट मांगी थी। लोकसभा चुनाव के लिए भी समाज के वरिष्ठ मान्यवरों ने मेरे लिए मांग की थी, और यह मेरे काम और विश्वसनीयता का सम्मान है।
कांग्रेस पार्टी की ओर से 'विधानसभा की उम्मीदवारी' तय करते समय, उम्मीदवार की जीतने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए, पार्टी के वरिष्ठ नेता यह विचार करते हैं कि उम्मीदवार ने अपने वार्ड में पिछली चुनाव कितने मतों के अंतर से और किस प्रकार लड़ा था। अब तक की प्रथा यही रही है। मैं विनम्रता से यह भी बताना चाहता हूं कि मेरे वार्ड में मुझे प्राप्त वोट और कांग्रेस के अधिकृत पंजा चिन्ह पर मुझे मिला जनसमर्थन मेरे क्षेत्र में सबसे अधिक है। विधानसभा चुनाव में 'स्थानीय वार्ड के समर्थन' का भी निर्णायक महत्व होता है।
पुणे के कांग्रेस कार्यकर्ताओं, मित्रों और परिवार की मुझसे अपेक्षाओं और लगातार पूछताछ के कारण मैं अपनी कार्य रिपोर्ट के साथ यह स्पष्टीकरण दे रहा हूं।
'राजीव गांधी स्मारक समिति' या 'मिशन राजीव' के तहत हमने जो अभियान चलाए, उनकी जानकारी निम्नलिखित है:
• 2009 के चुनावों से पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार द्वारा पुणे शहर के लिए JNNURM के माध्यम से 700 करोड़ रुपये के फंड की घोषणा के बारे में फ्लेक्स-बोर्ड पुणे में लगाए गए। • 2014 के चुनावों से पहले, मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों और प्रमुख निर्णयों को शहर के प्रमुख स्थानों पर बड़े होर्डिंग्स के माध्यम से प्रचारित किया गया। • बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) - टेलीफोन भवन (बाजीराव रोड) में 4G के लिए आंदोलन किया। • पुणे शहर के फुटपाथों और सड़कों पर 200 पेड़ों के चारों ओर वृक्ष संवर्धन अभियान चलाया गया। • बैंकों में ऑनलाइन ट्रेनिंग की मांग हेतु निवेदन दिया गया। • 12 अगस्त (राजीव गांधी का जन्मदिन) से 20 अगस्त (राजीव गांधी जयंती) तक राजीव गांधी सप्ताह मनाया। • 'ईवीएम हटाओ' अभियान के तहत बैलट पेपर पर चुनाव कराने की मांग हेतु टिळक चौक में नागरिक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। • 2019 विधानसभा चुनाव से पहले, फडणवीस सरकार की आलोचना करते हुए फ्लेक्स-बोर्ड और प्रचार अभियान चलाया गया। • 'कोरोना काल' में पुणे शहर में समाज के लिए रचनात्मक कार्य किए गए। • राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार रद्द करने के विरोध में आंदोलन किया गया। • कांग्रेस पार्टी की सदस्यता अभियान के लिए जागरूकता अभियान और प्रमुख चौक पर होर्डिंग्स लगाए गए। • स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर नाना पटोले के आगमन पर स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में फ्लेक्स-बोर्ड लगाए गए। • न्यायिक स्वायत्तता की रक्षा के लिए साइन अभियान चलाया गया। • जिलास्तरीय मुष्ठी युद्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। • पुणे विश्वविद्यालय के कुलगुरु से मुलाकात की गई। • मुठा नदी में बढ़ते अतिक्रमण और बाढ़ के खतरे पर आवाज उठाई गई और राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपा गया। • सामाजिक सद्भावना पखवाड़ा 5 जून से 19 जून तक मनाया गया। • 'मुझे समझ में आए बापू' विषय पर माध्यमिक छात्रों के लिए निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। • महिला खिलाड़ियों के खिलाफ अत्याचार और बृजभूषण के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। • इसके अलावा, 'राजीव गांधी स्मारक समिति' के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रशासन को निवेदन और सुझाव दिए गए।
टिकट न मिलने के बावजूद, मैंने पार्टी के उम्मीदवार के लिए निष्ठापूर्वक काम किया।
मैं महात्मा गांधी और राजीव गांधी की विचारधारा पर विश्वास रखता हूं और लगातार कर्तव्यनिष्ठ रहा हूं।
इस बार मैंने किसी भी विधानसभा क्षेत्र से फॉर्म नहीं भरा, इसलिए लोगों के फोन और सवाल आ रहे हैं। इसका कारण यह है कि मैंने पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं पर विश्वास रखकर यह निर्णय लिया है कि यदि पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने का आदेश दिया, तो मैं सफलता के साथ लड़ाई लडूंगा।
मैं यह निर्णय पूरी तरह से पार्टी नेतृत्व पर छोड़ता हूं।
अभी तक की प्रक्रिया में पार्टी टिकट तय करते समय उम्मीदवार की लोकप्रियता और क्षेत्रीय समर्थन पर ध्यान दिया जाता है। मेरा क्षेत्रीय समर्थन और कांग्रेस के पंजा चिन्ह पर मिली वोटों की संख्या मेरे क्षेत्र में सर्वाधिक है, यह मैं विनम्रतापूर्वक बताता हूं।
कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पण और पुणे शहर के नागरिकों की सेवा के माध्यम से मेरे प्रयास आज भी जारी हैं।
आपका अपना
गोपालदादा तिवारी
उल्लेखनीय है कि गोपालदादा तिवारी किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। पिछले कई चुनावों में उन्होंने टिकट को लेकर प्रयास भी किया था लेकिन पार्टी ने उन्हें अभी तक टिकट नहीं दिया है। इस बार कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है।