उन्होंने कहा है कि स्व. रतनकुमार टाटा ने भारत के नव निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई, देश का हित देखा और सच्चे देशप्रेमी, सैद्धांतिक और तत्त्वनिष्ठ उद्योगपति के रूप में अपनी पहचान बनाई। वे देश के प्रचलित पूंजीवादी उद्योगपतियों में नहीं गिने जा सकते। उनके जाने से देश के साथ-साथ महाराष्ट्र ने एक सहृदय, मानवतावादी, समाजप्रेमी और दूरदर्शी उद्योगपति खो दिया है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस की ओर से उन्हें "भावपूर्ण श्रद्धांजलि" अर्पित की गई है।