पुणे। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे लोगों को साथ लेकर सरकार बनाने के बावजूद, राज्य की जनता 'महायुति' का समर्थन नहीं कर रही है। सर्वे रिपोर्ट में यह सामने आने के बाद, राज्य की सत्ता में बैठे लोग मानसिक संतुलन खोते हुए व्यवहार कर रहे हैं।
कांग्रेस के नेता और देश के संवैधानिक 'विपक्षी दल के नेता' श्री राहुल गांधी के खिलाफ सत्ताधारी दल के विधायक हिंसा को भड़काने वाले बयान दे रहे हैं। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने कहा कि हिंसा को उकसाने वाले विकृत मानसिकता से ग्रसित विधायक संजय गायकवाड़ और अनिल बोंडे के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय और पुलिस प्रशासन को स्वतः संज्ञान लेते हुए तत्काल गिरफ्तारी और आपराधिक मामला दर्ज करने की कार्रवाई करनी चाहिए।
तिवारी ने आगे कहा कि 'महायुति सरकार' भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों को सत्ता में शामिल कर भ्रष्टाचार को वैधता दे रही है। यह शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र का अपमान है। साथ ही, 2019 में भाजपा विरोधी जनादेश को नजरअंदाज कर अनैतिक रूप से सत्ता प्राप्त करने वाले इस त्रिगुट सरकार ने राज्य की जनता के साथ धोखा किया है।
राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो विपक्ष को तोड़ने की भाषा बोल रहे हैं, वही राज्य में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में लोकतंत्र के स्तंभ माने जाने वाले 'प्रशासन और न्यायपालिका' को स्वतः संज्ञान लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
गोपालदादा तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन अपने कर्तव्यों में निष्ठावान नहीं रहता है, तो राज्य में सत्ता में आने वाली महाविकास आघाडी सरकार उन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो जनता के प्रति अपने दायित्वों को निभाने में विफल रहेंगे।