कहा- पीएम चंद्रचूड़ के न्योते पर गए थे या उन्होंने खुद पहल की थी; स्पष्ट किया जाए
पुणे, 13 सितंबर : कांग्रेस राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ के निवास पर गणेशोत्सव के अवसर पर पूजा में शामिल होने को लेकर समाज माध्यमों पर आई प्रतिक्रियाओं को लोकतंत्र की जीवंतता का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया देश में स्वतंत्र सोच और लोकतांत्रिक मूल्यों का संकेत है।
गोपालदादा तिवारी ने इस बात पर सवाल उठाया कि यह पूजा प्रधानमंत्री मोदी के अपने पहल पर थी या मुख्य न्यायाधीश के निमंत्रण पर? इस पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। हालांकि, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए गणेश पूजा की तुलना रमजान के उपलक्ष्य में होने वाली इफ्तार पार्टी से की, जिसे कांग्रेस ने "बौद्धिक दिवालियापन" करार दिया है।
कांग्रेस ने कहा कि फडणवीस द्वारा गणेश पूजा और इफ्तार पार्टी की तुलना करना अनुचित और अतार्किक है। यह केवल हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण की कोशिश है, जो असफल रही। गोपालदादा तिवारी ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित विभिन्न दलों के नेता और उच्च पदस्थ अधिकारी उपस्थित थे, और यह कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से आयोजित किया गया था। लेकिन, फडणवीस ने यह बात conveniently भूल गए हैं।
तिवारी ने फडणवीस पर आरोप लगाया कि वे धार्मिक ध्रुवीकरण कर रहे हैं और गृह मंत्री पद की निष्पक्षता की शपथ का उल्लंघन कर रहे हैं। कांग्रेस ने इस मामले में उच्च न्यायालय और राज्यपाल से स्वतः संज्ञान लेने की मांग की है।
इसके साथ ही, गोपालदादा तिवारी ने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार ने चुनाव आयोग की चयन प्रक्रिया में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को शामिल करने से क्यों टालमटोल की? क्या मोदी सरकार को उनकी न्यायिक निष्पक्षता पर भरोसा नहीं है?