पुणे। स्वतंत्र भारत में, लोकतांत्रिक तरीके से आई पूर्व सरकारों द्वारा बनाए गए शिक्षा अधिकार कानून के साथ ही अभिव्यक्ति स्वतंत्रता और मीडिया स्वतंत्रता को खतरे में डालने की कोशिशें हो रही हैं। ऐसे में लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा और सामाजिक जागरूकता के लिए देश में फिर से शाहीर अण्णाभाऊ साठे और लोकमान्य तिलक जैसे क्रांतिकारियों की आवश्यकता है। यह बात कांग्रेस नेता गोपालदादा तिवारी ने अध्यक्षीय भाषण में कही।
उन्होंने शाहीर अण्णाभाऊ साठे और लोकमान्य तिलक की प्रतिमाओं पर पुष्पहार अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए तिवारी ने साठे वस्ती और 452 सदाशिव पेठ क्षेत्र से उपमहापौर स्वर्गीय शंकरराव म्हात्रे के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए आयोजकों की सराहना की।
पूर्व विधायक मोहनरावजी जोशी ने विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री वितरण के इस कार्यक्रम की सराहना की। कार्यक्रम में पूर्व विधायक मोहनराव जोशी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कामगार नेता सूर्यकांत उर्फ नाना मारणे, राजू नाणेकर, राजेश उर्फ सनी सुतार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
'विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री और कॉपियों का वितरण' कार्यक्रम का आयोजन मातंग एकता आंदोलन और अण्णाभाऊ साठे जयंती समिति के प्रमुख किरण म्हात्रे ने किया। संचालन और धन्यवाद ज्ञापन निलेश वैराट ने किया। इस अवसर पर समाज विकास मंडल के प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
स्वर्गीय सुमित नाना वैराट को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। अण्णाभाऊ साठे जयंती के अवसर पर 'महाराष्ट्र सरकार लाडकी बहन योजना' के फार्म भी भरे गए। अभिवादन कार्यक्रम में आविनाश भाऊ बागवे, एडवोकेट मोनिका ताई खलाणे, जयंती उत्सव अध्यक्ष किरण म्हात्रे, निलेश वैराट, राजू नाणेकर, ओमकार भिसे, अनिकेत लोणारे, भरण खवळे, राहुल सकट, संतोष वैराट, कमलेश सकट, विजय परदेशी, राहुल शेंडगे, भाऊ साळूंके, कुणाल काळे, नंदकुमार चौरगे, सोनिया मात्रे, तनुष्का लोणारे, समृद्धि मात्रे सहित अन्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।