कहा- कृष्ण कुमार गोयल अनुकरणीय उदाहरण
पुणे। अपनी दुकानों में विभिन्न प्रकार के उत्पादों की दुकानदारी करने वाले व्यापारियों को बड़े उद्योगपतियों के ऑनलाइन व्यवसाय से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। अब देश की आबादी 143 करोड़ तक पहुंच गई है जरूरी नहीं की सभी लोग ऑनलाइन खरीदारी करें । आज भी ऑफलाइन खरीदारी करने वालों की संख्या बहुत बड़ी है। हां समय की मांग यह है कि व्यापारियों को हमेशा कुछ नया ढूंढने और करने की तैयारी रखनी होगी। यह विचार पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां एसएम जोशी सभागार में व्यापारियों के एक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोलते हुए व्यक्त किया।
पुणे के स्टेशनरी कटलरी एंड जनरल मर्चेंट एसोसिएशन की ओर से आज व्यापारी एकता दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले व्यापारियों को पुरस्कृत करने का पुरस्कार वितरण समारोह एसएम जोशी सभागार में आयोजित किया गया था। इसी कार्यक्रम में कोहिनूर ग्रुप के एमडी कृष्ण कुमार गोयल को पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के हाथों व्यापार भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी कार्यक्रम में प्रकाश जावड़ेकर बोल रहे थे। इस अवसर पर पूर्व मेयर अंकुश काकडे, समाजसेवी सूर्यकांत पाठक और संगठन के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।
अपने संबोधन में जावड़ेकर ने कृष्ण कुमार गोयल को अपना सहपाठी बताते हुए उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री गोयल ने शुरू से ही जमाने के साथ कदमताल करना शुरू कर दिया था। उन्होंने परिश्रम, वादे पर खरा उतरने, प्रमाणिकता और उद्योग व्यापार के सुअवसर को पहचानने की अपनी दूर दृष्टि से शून्य से अपना स्थान बनाया। आज कृष्ण कुमार गोयल व्यापारियों के लिए उत्कृष्ट अनुकरणीय उदाहरण हैं।
व्यापारियों के लिए भी अलग से हो मतदाता क्षेत्र : कृष्ण कुमार गोयल
अपने को व्यापार भूषण पुरस्कार दिए जाने पर आभार व्यक्त करते हुए कृष्ण कुमार गोयल ने कहा कि, अभी तक मुझे जीवन गौरव सहित अनेको प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं परंतु आज का यह व्यापार भूषण पुरस्कार स्वीकार करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है। इसकी वजह यह है कि मैंने भी अपने व्यापार की शुरुआत स्टेशनरी कटलरी और किराना व्यापार से किया था। समय के साथ विभिन्न व्यापार करते हुए मैंने कोहिनूर ग्रुप के नाम से भवन निर्माण क्षेत्र में पदार्पण किया और आज मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं लेकिन मैं यह कभी नहीं भूलता कि मैं भी कभी किराना का व्यापारी हुआ करता था।
श्री गोयल ने कहा कि छोटे व्यापारियों खासकर स्टेशनरी कटलरी एंड जनरल मर्चेंट से जुड़े व्यापारियों की अनेक समस्याएं हैं। जिस प्रकार शैक्षिक क्षेत्र के लिए मतदाता संघ है और जिस प्रकार अन्य क्षेत्रों के लिए मतदाता संघ है जिससे उनके प्रतिनिधि विधानसभा और संसद में जाकर उनकी आवाज उठाते हैं वैसे ही उसी तर्ज पर व्यापारियों का भी व्यापारी मतदाता संघ होना चाहिए जिससे उनके बीच का व्यापारी सदन में जाकर उनकी आवाज बुलंद कर सके उनकी समस्या को उठा सके।
अंत में श्री गोयल ने कहा कि मैं दुनिया का सबसे सुखी और श्रीमंत अपने आप को मानता हूं क्योंकि मेरा परिवार, मेरा समाज और मेरे मित्र सदैव मेरे साथ होते हैं। आज के इस व्यापार भूषण पुरस्कार को मैं अपने साथ काम करने वाले अपने सभी सहयोगियों को समर्पित करता हूं जिनकी मेहनत से मैंने यह मुकाम हासिल किया है।
श्री गोयल के अतिरिक्त एसोसिएशन की ओर से उत्कृष्ट दुकानदार पुरस्कार तुषार गांधी और सचिन गांधी को दिया गया। इसी प्रकार उत्कृष्ट विक्रेता पुरस्कार राजेश शाह, कल्पेश शाह, फिनिक्स पुरस्कार दुर्गेश नवले को प्रदान किया गया। जबकि उत्कृष्ट महिला व्यापारी पुरस्कार केतकी रामचंद्र सामक को और धनंजय व साधनाताई गोरे स्मृति पुरस्कार गीता मकरंद ओक को प्रकाश जावड़ेकर के हाथों प्रदान किया गया।
इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन जोशी, उपाध्यक्ष संजय राठी, सचिव किशोर पिरागल, कोषाध्यक्ष मोहन कुलचे और अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता तथा बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।