फोन घुमाते ही घर पहुंच रही 1962 एम्बुलेंस, हो रहा पशुओं का इलाज
रिपोर्ट:दुर्गेश शर्मा ब्यूरो चीफ अमेठी

अमेठी। अवगत कराना है कि 1962 की सेवा अप्रैल 2023 से शुरू की जा चुकी हैं। इस सेवा के माध्यम से बेजुवान, पालतू, लावारिस एवं असहाय पशुओं की चिकित्सा की जा रही हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए 1962 में पशुपालक/कॉलर द्वारा कॉल करके एम्बुलेंस की सुविधा प्रदान की जाती हैं। जिसमे पशुचिकित्सक, पैरावेट एवं ड्राइवर आवश्यक चिकित्सा उपकरणों व दवाओं के साथ पशुपालक द्वारा बुलाए गए स्थान पर समय से पहुंच कर उपचार की सुविधा प्रदान करते हैं। जिले मे कुल 7 एम्बुलेंस आवंटित की गई हैं।1962 के पशुचिकित्साक डॉ. हरि प्रकाश ने बताया, गांव पूरे अजितन ब्लॉक शुकुल बाजार से फोन करने पर पशुचिकित्सक स्थान पर समय से पहुंच कर पशु का उपचार किया और पशु आज स्वास्थ्य अवस्था मे हैं। ऐसे की गांव पूरे अजितन व ब्लाक शुकुल बाजार के निवासी इयाज अहमद ने बताया कि उनके पशु को बुखार की समस्या थी। जिसके लिए 1962 पर कॉल करने पर पशुचिकित्सक द्वारा त्वरित चिकित्सा प्रदान करने के फलस्वरूप पशु को राहत मिली।जिले मे यह सुविधा EMRI सेवाप्रदाता के द्वारा प्रदान की जा रही हैं।जिले के प्रोग्राम मैनेजर मोहम्मद ताबिश ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस एम्बुलेंस में पशुओं के इलाज सम्बन्धी उपकरण एवं दवाइयाँ उपलब्ध रहती हैं।इसमें एक डॉक्टर के साथ ही एक सहायक तकनीशियन व चालक की तैनाती की गयी है।एम्बुलेंस सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक व इमरजेंसी सेवाओं के लिए सुबह दस बजे से रात्रि आठ बजे तक विकास खण्ड के सभी क्षेत्रों में निःशुल्क चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराई जा रही है जिससे पशु पालकों को काफी सहूलियत मिल रही है।
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