पुणे । राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कई उल्लेखनीय निर्णय लिये। उनके द्वारा युवाओं के लिए लिए गए निर्णय कई पीढ़ियों तक उपयोगी रहेंगे। यह प्रतिपादन वरिष्ठ लेखक एन.एम. ने यहां पुणे में व्यक्त किया।
दिवंगत प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर कात्रज में राजीव गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने का एक कार्यक्रम राजीव गांधी स्मारक समिति की ओर से किया गया था। साहित्यकार एवं शिक्षाविद् एन एम जोशी के हाथों दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव जी को उनकी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसी अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वह बोल रहे थे।
अपने संबोधन में डॉक्टर जोशी कहा कि भारत के गरीब छात्रों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए, तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने देश भर के प्रत्येक जिले में 'जवाहर नवोदय विद्यालय' नामक आवासीय विद्यालय शुरू किया था। इस विद्यालय से निकले कई छात्र आज विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।
ये हाई स्कूल देश के हर जिले में 'जवाहर नवोदय विद्यालय' के माध्यम से शुरू किए गए हैं, डॉ. जोशी ने यह भी बताया कि गरीब छात्रों के लिए देश में 550 हाई स्कूल खोले जा रहे हैं..! साथ ही, राजीव गांधी ने 'युवाओं में राष्ट्रवाद की प्रबल भावना और नई चेतना पैदा करने के लिए' स्वामी विवेकानन्द की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की प्रथा शुरू की। उन्होंने कहा कि यह बात बहुत कम लोग जानते हैं इसलिए राजीव गांधी द्वारा युवा पीढ़ी के लिए किया गया कार्य विशेष रूप से उल्लेखनीय और सराहनीय है।
राजीव गांधी स्मारक समिति के संस्थापक अघ्यक्ष गोपाल दादा तिवारी ने स्वागत एवं कार्यक्रम का परिचय दिया। उन्होंने अपने परिचय में कहा कि अगर देश को लंबे समय तक राजीव गांधी का महान नेतृत्व मिला होता तो देश का चेहरा कई मायनों में बदल गया होता।
देश की भाभी पीढ़ी के सामने देश में कंप्यूटर और डिजिटल क्रांति के जनक राजीव गांधी के आदर्श को रखा जाना चाहिए। स्थानीय स्व-सरकारी निकायों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण और युवाओं को 18 साल की उम्र में वोट देने का अधिकार देने वाले राजीव गांधी के तत्वाधिषि्त राजनीति के महत्व को सहेजने की आवश्यकता है। इसी के साथ उनके आदर्श को देश के सामने सदैव के लिए चिरस्थाई बनाने के उद्देश्य से उनका स्मारक यहां बनाया गया है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र क्रिकेट टीम (रणजी ट्रॉफी) के पूर्व कप्तान मिलिंद गुंजाल, अभिनव शिक्षण संस्था के अध्यक्ष राजीव जगताप, प्रोफेसर डॉ. दिलीप गरुड़, सुश्री रामचंद्र शेडगे, प्रोफेसर संदीपन पवार, मनीषा पाटिल, उद्यान अधीक्षक डॉ. राजकुमार जाधव, एडवोकेट श्रीकांत पाटिल, वरिष्ठ पत्रकार अविनाश गोडबोले, राहुल मते, हरिदास अडसुल, अन्ना गोसावी, पाई शंकर शिर्के, गणेश शिंदे, अशोक काले, सचिन भुमकर, नरसिम्हा अंडोली, विकास दवे, राजेश सुतार, दिलीप लोलगे आदि उपस्थित थे।
स्मारक समिति के सदस्य सुभाष शेठ थोरवे, संजय अभंग, धनंजय भिलारे, रमेश सोनकांबले, गणेश मोरे आदि ने उपस्थित लोगों को तुलसी का पौधा और पुस्तकें देकर स्वागत किया। अधिवक्ता फैयाज शेख ने धन्यवाद ज्ञापित किया।