गोपाल दादा तिवारी जहां पिंपरी चिंचवड कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में बोल रहे थे। वह यहां पिंपरी चिंचवड कांग्रेस कमेटी के कार्यों की समीक्षा करने के लिए आए हुए थे।
अपने संबोधन में श्री तिवारी ने आगे कहा कि राष्ट्रवादी के कुछ नेता सत्ता के लिए भ्रष्ट मानी जाने वाली बीजेपी से हाथ मिला लिया और धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक सिद्धांतों को सिरे से खारिज कर दिया और अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
श्री तिवारी ने आगे कहा कि सत्तारूढ़ दल द्वारा 'विपक्ष के अस्तित्व' का संरक्षण और सम्मान लोकतंत्र का मूल है। लेकिन खुद को 'लोकतंत्र की जननी' कहने वाली भाजपा द्वारा बार-बार लोकतंत्र की मां का गर्भपात किया जा रहा है..!
इस अवसर पर बोलते हुए गोपालदादा तिवारी ने इस बात की भी कड़ी आलोचना की कि जिस भाजपा ने भाजपा के खिलाफ वोट करने वाले कथित भ्रष्ट राष्ट्रवादी नेताओं को शामिल कर लिया है और उनके कार्यों पर नजर रख रही है, उसे लोकतंत्र के बारे में बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि "पिंपरी चिंचवड़ शहर के बुनियादी ढांचे के विकास का मुहूर्त नींव" अन्नासाहेब मगर, रामकृष्ण मोरे, शरदरावजी पवार जैसे कांग्रेस नेताओं के शासन के दौरान हुआ और आने वाले समय में कांग्रेस गठबंधन की पिंपरी चिंचवड में निर्विवाद सत्ता आएगी इसमें कोई दो राय नहीं है।
इस अवसर पर महिला कांग्रेस नेता श्रीमती शामलाताई सोनवणे, उपाध्यक्ष नरेंद्र बनसोडे, विश्वनाथ जगताप, अभिमन्यु दहितुले, नरेंद्र बनसोडे, विश्वनाथ जगताप, विट्ठल शिंदे, वीरेंद्र गायकवाड, विजय ओव्हाल, एडवोकेट स्वप्निल जगताप, पै. तात्या शिर्के, गणेश शिंदे, बीबी शिंदे, मनीषा गरुड़ , अर्चना राऊत, गौरी शेलार, विशाल सरवाडे, भाऊसाहेब मुगुतमल, अमर सिंह पोथीवाल, मेहबूब शेख, उमेश बनसोडे, जुबेर खान, इरफान शेख, बाबा बनसोडे, सतीश भोसले, गौतम ओव्हाल, पांडुरंग जगताप, मिलिंद फडतारे आदि उपस्थित थे।
नरेन्द्र बंसोड़ ने परिचय एवं विश्वनाथ जगताप ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर अनेक कार्यकर्ताओं ने अपनी गहन एवं तीव्र भावनाएँ व्यक्त कीं।