85 प्रतिशत भूमिगत मार्ग पूरा, कुछ ही दिन में शुरू होगी यात्री सेवा
पुणे, भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क : पुणे में पिंपरी-फुगेवाड़ी और डेक्कन कार्नर से वनाज जैसे एलीवेटेड मार्ग पर दौड़ रही पुणे मेट्रो ने अब अपनी प्रगति का एक और चरण पूरा कर लिया है। विगत मंगलवार को रेंजहिल डिपो से शिवाजीनगर सिविल कोर्ट तक के भूमिगत मार्ग पर भी मेट्रो का सफल परीक्षण किया गया जो पूरी तरह सफल रहा।
ध्यान रहे मेट्रो का यह भूमिगत मार्ग करीब 100 फिट गहरा है। यानी कि 100 फिट जमीन के नीचे बने भूमिगत मेट्रो मार्ग पर मेट्रो को दौड़ाया गया और यह परीक्षण सफल हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि निकट भविष्य में ही इस भूमिगत मार्ग पर भी मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा जिसका आनंद पुणेकर नागरिक ले सकेंगे ।
आपको बतादें कि 100 फिट नीचे बना यह मेट्रो का भूमिगत मार्ग करीब 3 किलोमीटर लंबा है। इस पूरे मार्ग पर मेट्रो को रेंजहिल डिपो से शिवाजीनगर सिविल कोर्ट तक दौड़ाया गया । रैंप की मदद से मेट्रो को इस भूमिगत मार्ग पर लाया गया था। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि पुणे के पहले भूमिगत मेट्रो स्टेशन का कार्य लगभग 85 प्रतिशत पूरा हो गया है। मेट्रो के लिए कुल 11,42 करोड़ रूपए का खर्च आने वाला है। जबकि मेट्रो मार्ग की कुल लंबाई 33 किलोमीटर की है। इसमें से 10 किलोमीटर का मार्ग 100 फिट जमीन के नीचे से भूमिगत बनाया गया है जबकि 27 किलोमीटर का मेट्रो मार्ग एलीवेटेड यानी कि जमीन के ऊपर स्तंभ खड़े कर बनाए गए मार्ग का है।
बहरहाल मेट्रो का भूमिगत मार्ग अब 3 किमी तक पूरी तरह बन चुका है। शेष मार्ग पर कार्य प्रगति पर है। इसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि पुणे के नागरिकों को जल्द ही भूमिगत मेट्रो के सफर का आनंद लेने का अवसर उपलब्ध हो जाएगा। ध्यान रहे यह मार्ग रेंजहिल डिपो से मंडई होते हुए स्वारगेट तक निर्मित किया जा रहा है।