CM शिंदे का आवाहन ऑटो यूनियन ने अंततः माना, पुणे में ऑटो रिक्शा चक्का जाम खत्म
गैर कानूनी 'बाइक टैक्सी' के खिलाफ पुणे में भड़के ऑटो चालक
 
आरटीओ कार्यालय के सामने हिंसक हुआ आंदोलन, कई गाड़ियों में तोड़फोड़

मंगलवार 29 नवंबर को राज ठाकरे करेंगे हड़ताली रिक्शा चालकों का मार्गदर्शन

 समस्या का समाधान नहीं निकलने तक पुणे में नहीं चलेगी ऑटो रिक्शा, यात्रियों का हाल बेहाल 

पुणे : भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क : पुणे :   पुणे में ऑटो रिक्शा चक्का जाम को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऑटो रिक्शा चालकों से हड़ताल वापस लेने की अपील करते हुए कहा है कि उनकी मांगों पर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी, CM sinde के इस आवाहन को ऑटो रिक्शा यूनियनों ने सशर्त मान लिया है और देर रात यह हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी गई है। यह जानकारी ऑटो रिक्शा यूनियन के बाबा कांबले ने हमारे संवाददाता पुष्कर महाजन को दी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने दोबारा ऑटो रिक्शा यूनियन से बात की और हड़ताल वापस लेने की अपील की साथ ही कहा कि 15 दिनों के भीतर इस पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा इसके बाद ही हड़ताल खत्म की गई। उन्होंने कहा कि यदि निर्णय नहीं होता है तो फिर से हड़ताल किया जाएगा। 

गौरतलब है कि ऑनलाइन ओला उबेर ऑटो रिक्शा और टैक्सी सर्विस से दैनिक आमदनी की मार झेल रहे ऑटो रिक्शा चालकों के सामने अब ओला कंपनी के गैर कानूनी "बाइक टैक्सी" की एक और समस्या खड़ी हो गई है। इस समस्या के निदान के लिए ऑटो रिक्शा यूनियनों ने स्थानीय आरटीओ से लेकर सभी प्रशासकीय अधिकारियों और मंत्रालय तक में गैर कानूनी बाइक टैक्सी बंद कराने के लिए शिकायती ज्ञापन पत्र दिए परंतु जब इसका कोई नतीजा नहीं निकला तो ऑटो चालकों ने आज 28 नवंबर 2022 से पुणे और पिंपरी चिंचवड़ सहित समूचे पुणे जिले में ऑटो रिक्शा का चक्का जाम आंदोलन शुरू कर दिया है। 

पुणे के आरटीओ कार्यालय पर जब पहुंचे हजारों ऑटो चालक

ऑटो रिक्शा चक्का जाम आंदोलन के आज पहले दिन पुणे के संगम ब्रिज स्थित आरटीओ ऑफिस कार्यालय पर हजारों की संख्या में ऑटो चालक और ऑटो मालिक तथा ऑटो रिक्शा संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे और इनका एक शिष्टमंडल अपनी मांगों को लेकर पुणे के आरटीओ श्री शिंदे के कार्यालय में पहुंचा। पुणे आरटीओ को ऑटो रिक्शा संगठनों की ओर से ज्ञापन सौंपा गया और तुरंत ओला कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए गैर कानूनी बाइक टैक्सी पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई।

इस प्रकार आरटीओ कार्यालय के सामने भड़क उठे ऑटो रिक्शा चालक

पुणे आरटीओ को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन देने गए ऑटो रिक्शा संगठन के पदाधिकारियों को पुणे आरटीओ की ओर से संतोषजनक उत्तर और आश्वासन नहीं दिया गया। इसकी खबर जैसे ही आरटीओ कार्यालय के बाहर जमा हुए हजारों ऑटो रिक्शा चालकों को मिली वह भड़क उठे और उन्होंने वहां से गुजरने वाले कई वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालांकि आरटीओ ऑफिस के बाहर तैनात बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने थोड़ी ही देर में बिगड़ती स्थिति को संभाल लिया और ऑटो चालकों को आरटीओ कार्यालय के सामने से हटा दिया गया। 

क्या कहते हैं इस संदर्भ में ऑटो रिक्शा संगठन के नेता

पुणे में गैर कानूनी बाइक टैक्सी के खिलाफ महाराष्ट्र कामगार सभा प्रणित "बघतोय रिक्षावाला" संगठन की ओर से सोमवार 28 नवंबर से रिक्षा बंद आंदोलन का ऐलान किया गया था जिसे पुणे और पिंपरी चिंचवड़ किस सभी ऑटो रिक्शा यूनियनों ने अपना समर्थन दिया था। यह चक्का जाम हड़ताल अपनी घोषणा के अनुसार आज से शुरू हो गई है। इस संदर्भ में हमारे संवाददाता ने ऑटो रिक्शा संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत की तो। इस बारे में ऑटो रिक्शा यूनियन के नेता क्षीरसागर ने कहा कि, पुणे में गैरकनूनी बाईक टैक्सी की संख्या बढ गई है. इससे महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है. साथ ही कानूनी तरीके से काम करने वालों की आमदनी भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ऐसे में रिक्षाचालक दिन भर में दो-तीन सौ रूपये भी कमा नही पा रहे हैं । . इस संदर्भ में पिछले साल सभी प्रशासकीय अधिकारियों, पुणे के तत्कालीन पालक मंत्री व मुख्यमंत्री को हमारी तरफ से ज्ञापन दिया गया था परंतु इतने लंबे समय बाद भी सरकारी तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई उल्टे ओला कंपनी को सरकार सुरक्षा दे रही है उसके व्यापार को बढ़ावा दे रही है और ऑटो रिक्शा चालकों की रोजी रोटी पर बाइक टैक्सी के रूप में लगातार प्रहार कर रही है। इधर गैरकानूनी बाईक टैक्सी सेवा पर पुणे के आरटीओ अजित शिंदे ने भी कोई कार्रवाई नही की है और उनकी बात से ऐसा लग ही नहीं रहा है कि वह आगे कार्रवाई करेंगे। इसलिए हमको यह आंदोलन करना पड रहा है। अधिक जानकारी के लिए मुझे ९९६०५१९९५१ पर संपर्क किया जा सकता है। 

इन संगठनों ने आंदोलन में लिया है भाग

जिन ऑटो रिक्शा यूनियन और संगठनों ने आंदोलन में भाग लिया है उनमें शिवनेरी रिक्षा संगठन के अशोक साळेकर, मनसे वाहतूक सेना के अध्यक्ष किशोर चिंतामणी, आरपीैआय (आठवले) वाहतुक आघाडी के अध्यक्ष अजिज शेख, पी आशिर्वाद रिक्षा संगठन के अध्यक्ष फारूख बागवाले, एआयएमआयएम के रिक्षाचालक संगठन के अध्यक्ष बाबा सैयद, शिवा वाहतूक सेवा संगठन के सेक्रेटेरी शिवा भोगनली, अजिंक्य रिक्षा संगठन के राजा पाडले, पुणे शहर रिक्षा टेम्पो मेन्स युनियन के आकाश झाडे, सावकाश रिक्षा संगठन के प्रदीप भालेराव, महाराष्ट्र रिक्षा पंचायत के अध्यक्ष बाबा कांबले, पुणे शहर जिला वाहतूक संगठन के अध्यक्ष संजय कवडे, आम आदमी रिक्षा संगठन के अध्यक्ष आनंद अंकुश, बघतोय रिक्षावाला के अध्यक्ष डॉ. केशव नाना क्षिरसागर ने भाग लिया। 

शाम तक विभागीय आयुक्त, पुणे के जिलाधिकारी, पुणे आरटीओ तथा यूनियन के नेताओं के बीच चलती रही बैठक

पुणे में ऑटो रिक्शा का चक्का जाम आंदोलन खत्म कराने के लिए पुणे आरटीओ श्री शिंदे, विभागीय आयुक्त श्री राव, पुणे के जिलाधिकारी श्री देशमुख और यूनियन के नेताओं के बीच देर शाम तक बैठकों का दौर जारी रहा लेकिन खबरों के अनुसार इस संदर्भ में कोई स्थाई हल नहीं निकल सका है। समाचार लिखे जाने तक बैठकों का दौर जारी है। इस बीच खबर यह भी है कि ऑटो रिक्शा चालकों ने शहर के सेंटर पॉइंट को घेर रखा है जिससे यातायात के आवागमन में भारी असुविधा हो रही है। 

दिनभर यात्रियों का हाल रहा बेहाल

पुणे में ऑटो रिक्शा के चक्का जाम हड़ताल की वजह से आज दिन भर यात्रियों का हाल बेहाल रहा। पुणे रेलवे स्टेशन, स्वारगेट एसटी स्टैंड, शिवाजीनगर एसटी स्टैंड पर बाहर से आने वाले यात्री काफी परेशानी हालत में दिखे। हालांकि ओला टैक्सी सुविधा जारी थी लेकिन ऑटो के ना चलने की वजह से ओला टैक्सी नाकाफी साबित हो रही थी। इतना ही नहीं ओला कंपनी और उबेर कंपनी ने अपनी टैक्सियों के लिए प्रीमियम भी लगा दिया था इससे यात्रियों को अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है।

ऑटो रिक्शा चालकों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज

पुणे आरटीओ कार्यालय के सामने और शहर के विभिन्न इलाकों में हिंसक आंदोलन के तहत विभिन्न वाहनों में की गई तोड़फोड़ के लिए पुणे शहर पुलिस ने अज्ञात ऑटो रिक्शा चालकों के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में एफ आई आर दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है पुलिस अपना काम कर रही है। 

पुणे में करीब डेढ़ लाख ऑटो रिक्शा चालक हैं

पुणे में करीब डेढ़ लाख ऑटो रिक्शा चालक हैं और मौजूदा समय में करीब 90 हजार से अधिक ऑटो रिक्शा हैं जिसमें से करीब 60 हजार ऑटो रिक्शा प्रतिदिन पुणे की सड़कों पर उतरती हैं और यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाते हैं। ऑटो रिक्शा के चक्का जाम आंदोलन की वजह से आज शहर के विभिन्न में एमपी बस स्टॉप पर बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड़ देखी गई। 

पीएमपीएल ने यात्रियों के लिए बढ़ाईं अतिरिक्त बसें, फिर भी यात्री परेशान रहे

ऑटो रिक्शा चक्का जाम आंदोलन को देखते हुए पीएमपीएल ने यात्रियों के लिए अतिरिक्त यात्री बस सेवा उपलब्ध कराई है किंतु यह सेवा यात्रियों के लिए नाकाफी साबित हो रही है बड़ी संख्या में बस स्टॉपेज पर यात्रियों की भीड़ देखी गई। 
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