गौ शाला व शासकीय चरनोई भूमि पर गाँव के ही सीताराम सिंह व उनके भाई लम्बे समय से अपना कब्जा जमाये हुए हैl उन्होंने इस गौचर भूमि का अधिकांश भाग अपने खेतों में मिला लिया है खास बात तो यह है इस बात की जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारियो को होने के वाबजूद भी अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गई l
सर्वे नंबर केवल रिकॉर्ड में, जमीन दबंग जोत रहे हैं , गाँव की चरनोई भूमि के सर्वे नंबर अब केवल रिकॉर्ड मे ही दर्ज हो कर रह गये है, धरातल पर उक्त जमीन भू माफिया के कब्जे में होकर उसपर खेती की जा रही है l यही वजह है अब मवेशियों के लिए चरनोई भूमि नहीं बची है जिसके कारण मवेसी किसानो के खेतों मे घुस कर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, किसानो को रात रात भर जाग कर अपने खेतो की रखवाली करनी पड़ रही है l