मध्य रेल पुणे मंडल का ‘हड़पसर टर्मिनल’ यात्री सेवाओं के लिए तात्कालिक रूप से तैयार
आनेवाले समय में लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों का पुणे से नहीं हडपसर से होगा परिचालन
पुणे, भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क : कोविड लॉकडाउन अब पूरी तरह खत्म हो चुका है। पुणे स्टेशन पर एक बार फिर 24 घंटे में 180 से अधिक यात्री ट्रनों का आवागमन शुरू हो गया है जिससे प्रबंधन को फिर से रेल ट्रैफिक नियंत्रण के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। इसे देखते हुए मध्य रेल पुणे मंडल के हड़पसर स्टेशन को जल्द ही हड़पसर टर्मिनल के रूप में नई पहचान मिलने वाली है।

 इस संबंध में एक औपचारिक बातचीत के दौरान मध्य रेल पुणे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री मनोज झंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि, मध्य रेल पुणे मंडल का ‘हड़पसर टर्मिनल’ यात्री सेवाओं के लिए तात्कालिक रूप से तैयार कर लिया गया है। पिछले कुछ महीनों से हड़पसर टर्मिनल से शुरूवाती तौैर पर हड़पसर-हैदराबाद ट्रेन का परिचालन भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा समर स्पेशल गाडिया भी यहां से छोड़ी जा चुकी हैं। हड़पसर-हैदराबाद ट्रेन हफ्ते में 3 दिन हड़पसर रेल टर्मिनल से बनकर हैदराबाद के लिए रवाना होती है और हैदराबाद से चलकर हड़पसर टर्मिनल पर पहुंचकर यहीं खाली हो जाती है। 


 श्री झंवर ने बताया कि मौजूदा समय में हड़पसर टर्मिनल पर 24 डिब्बों की ट्रेन रूकने योग्य 3 प्लेट फार्म विकसित कर लिए गए हैं। इसके अतिरिक्त एक ऐसी स्टैबलिंग लाइन भी विकसित कर ली गई है जिस पर आवश्यकतानुसार ट्रेन को ले जाकर खड़ा किया जा सकता है। अभी यहां से एक ट्रेन का परिचालन शुरू है किंतु समर सीजन में लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों के परिचालन में भी इस टर्मिनल का उपयोग किया जाता है।  


 हड़पसर टर्मिनल के संबंध में अधिक जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी श्री झंवर ने बताया कि, मौजूदा समय में यहां 24 डिब्बों की क्षमता वाले 3 प्लेटफार्म बना लिए गए हैं जिन पर यात्रियों के लिए पेयजल, बैठने के लिए उपयुक्त साधन, अनाउंसमेंट सिस्टम, यात्री प्रतीक्षालय, शौचालय, कवर शेड, पानी आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। टर्मिनल के बाहर टिकट बुकिंग व आरक्षण कार्यालय, पानी आदि जैसी आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध कर लिया गया है। मध्य रेल पुणे मंडल ने अपने शार्टटर्म लक्ष्य के तहत यह सुविधाएं विकसित की हैं। 


 उन्होंने कहा कि 2024 तक हड़पसर टर्मिनल के लिए जो लॉंगटर्म प्रबंध किए जाने हैं उसके तहत मूल रूप से इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट होना है। इसके तहत ट्रेन को अन्य लाइन पर खड़ा करने के लिए एक अतिरिक्त स्टैबलिंग रेल लाइन प्रस्तावित है।

 इसके अलावा टर्मिनल के बाहर फ्रंट सुर्कुलेटिंग एरिया विकसित करने का प्रस्ताव है और स्टेशन के बाहर 2, 3 व फोर व्हीलर वाहनों के लिए प्रशस्त पार्किंग व्यवस्था का भी प्रस्ताव है। श्री झंवर ने बताया कि पार्किंग व्यवस्था के लिए यहां बने रेलवे र्क्वाटर और आरपीएफ ऑफिस को यहां से हटाया जाएगा। इस प्रकार 2024 तक टर्मिनल के बाहरी क्षेत्र को विस्तारित किया जाएगा और सभी आवश्यक सुविधाओं की पूर्ति कर ली जाएगी। 


 एक अन्य सवाल के जवाब में श्री मनोज झंवर ने बताया कि, हड़पसर टर्मिनल के लिए आवश्यक कुछ भूमि का रेलवे की ओर से संपादन किया जाना है किंतु यह मामला फिलहाल न्यायालय में विचाराधीन है।  


 उल्लेखनीय है कि, यद्यपि मध्य रेल पुणे मंडल ने हड़पसर रेलवे स्टेशन को हड़पसर रेल टर्मिनल के रूप में विकसित करना शुरू कर दिया है और आंशिक रूप से सभी आवश्यक सुविधाओं का विकास कर भी लिया है, तथापि रेलवे के अतिरिक्त जो सुविधाएं राज्य सरकार और महानगर पालिका की ओर से यहां यात्रियों को मिलनी चाहिए उसका अभी दूर-दूर तक नाम ओ निशान नहीं दिखाई देता है। 

 मौजूदा समय में हफ्ते में 3 दिन हड़पसर टर्मिनल से चलने वाली और यहां आकर खाली होने वाली हड़पसर-हैदराबाद ट्रेन के यात्रियों से जब उनका अनुभव पूछा गया तो उनमें से अधिकांश यात्रियों का कहना था कि शहर के अन्य भागों से यहां आने में और यहां से अपने घर जाने के लिए उन्हें यात्री परिवहन सुविधा उपलब्ध होने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 
 यात्रियों ने बताया कि हैदराबाद-हड़पसर ट्रेन यहीं आकर खाली होती है। उस समय यहां मात्र चंद ऑटो होते हैं जो मनमाना किराया मांगकर यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उन्हें एक प्रकार से लूटते हैं। 

 बतादें कि हड़पसर स्टेशन तक पीएमपीएमएल की बस नहीं जा पाती है। मुख्य मार्ग से हड़पसर स्टेशन तक जाने वाला मार्ग काफी संकरा है। इसके चौड़ीकरण की आवश्यकता है। जब यह मार्ग चौड़ा हो जाएगा तभी यहां बस सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके अलावा स्टेशन के बाहर पर्याप्त लाइट व्यवस्था का भी आभाव है जिसका प्रबंध पुणे मनपा के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को अविलंब करवाना चाहिए। 

लोकल सुविधा के लिए उपनगरीय क्षेत्र  घोषित करे सरकार
हड़पसर रेल टर्मिनल तक सीधी लोकल सेवा शुरू करने से इस स्टेशन तक पहुंचने वाले यात्रियों और यहां से अपने गंतव्य की ओर जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा हो सकती है किंन्तु यह तभी संभव है जब राज्य सरकार पुणे दौंड रेल खंड पर उरूली स्टेशन तक के एरिया को उपनगरीय क्षेत्र घोषित करे। ध्यान रहे लोकल सेवा उन्हीं उपनगरों में होती है जो राज्य सरकार द्वारा उपनगरीय क्षेत्र घोषित होते हैं। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पहल करनी चाहिए।
Comments
Popular posts
धनपतगंज ब्लॉक कांग्रेस की मासिक बैठक सम्पन्न, संगठन मजबूत करने और कार्यकर्ताओं के सम्मान पर जोर
Image
इंजीनियरिंग का 'टॉपर' निकला चोर; पुणे से की ज्वेलरी चोरी, कर्नाटक भागा, फंसा पुलिस के जाल में
Image
‘शहीद प्रधानमंत्री’ इंदिरा गांधी की हत्या और उनके कार्यकाल की तुलना मोदी के कार्यकाल से करना बौद्धिक दिवालियापन और विकृति का प्रदर्शन : कांग्रेस प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी
Image
‌"अनैतिक सत्ता का खेल! जनमत का अपमान कर महायुती सत्ता बचाने की जद्दोजहद में – कांग्रेस का करारा हमला"
Image
विविध मांगों को लेकर रिक्शा और कैब चालकों की हड़ताल से यात्रियों को भारी परेशानी, प्रशासनिक तंत्र की अनदेखी
Image