बीएम यादव लंबे समय से सपा में काम कर रहे हैं किन्तु पार्टी ने उन्हें इस बार भी निराश किया। इससे उनके समर्थकों में खासा आक्रोश है।
बता दें कि, सुलतानपुर की इसौली सीट पर कभी कांग्रेस का कब्जा हुआ करता था। समय चक्र बदला तो सपा की साइकिल यहां खूब चल रही है। मोदी लहर में भी यहां कमल नहीं खिल सका था।
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम श्रीपति मिश्र सुलतानपुर के इसौली विधानसभा सीट से जीतकर सदन में गए थे। भाजपा की इस सीट पर आज तक एंट्री नही हो सकी है। मोदी लहर में भी जिले की पांच में से चार पर सीटों पर बीजेपी जीती लेकिन इस सीट पर सपा का कब्जा हुआ था। फिलवक्त मेनका गांधी यहां भगवा परचम लहराने के लिए युद्ध स्तर पर डटी हैं। वहीं सपा की ओर से सबसे अधिक दावेदार थे। बसपा ने यहां से धनपतगंज ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू को उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि यहां सपा बसपा भाजपा का त्रिकोणीय मुकाबला होगा।