पुलिस के आला अधिकारियों को लिखा पत्र, कहा- उच्च स्तरीय जांच करवा लीजिए हुजूर!
उत्तर प्रदेश के जनपद सुल्तानपुर स्थित इसौली विधानसभा से विधायक रहे और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विगत लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसद मेनका संजय गांधी से चुनाव लड़ कर पराजित हुए प्रदेश के चर्चित पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू को इन दिनों गिरफ्तारी का डर सता रहा है.
पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू ने आज 13 मई 2021 को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सहित पुलिस के अनेक आला अधिकारियों को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रशासन लोकसभा चुनाव के बाद से ही उनके खिलाफ लगातार फर्जी मुकदमे कायम करवा रहा है .त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद तो प्रशासन उनके पीछे ही पड़ गया है .उनके और उनके भाई यश भद्र सिंह मोनू तथा उनके समर्थकों के खिलाफ धनपतगंज, कूरेभार पुलिस थाने और सुल्तानपुर कोतवाली में राजनीतिक द्वेष के चलते अनेक मामले दर्ज करवाए गए हैं.
पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि उन्होंने इस संबंध में जिले के जिलाधिकारी रवीश कुमार गुप्ता और पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार मिश्रा से भी यह शिकायत किया जिसके बाद इन अधिकारियों ने उनसे साफ कहा कि हम पर ऊपर से दबाव है यदि हम आपके खिलाफ कार्यवाही नहीं करेंगे तो ऊपर से हमारे ऊपर ही कार्रवाई हो जाएगी. इससे यह स्पष्ट है की स्थानीय स्तर पर इस संबंध में हमारी कोई प्रार्थना नहीं सुनी जाएगी इसलिए श्रीमान जी को इस मामले में ध्यान देना आवश्यक हो गया है.
पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू ने अपने पत्र में विगत लोकसभा चुनाव में अपने आपको मिले वोटों का जिक्र करते हुए प्रशासन को अपनी लोकप्रियता के बारे में भी बताने की कोशिश की है और कहा है कि श्रीमती मेनका संजय गांधी से वह कुछ ही वोटों के अंतर से पराजित हुए थे. उन्हें चार लाख से अधिक मतदाताओं का वोट मिला था इसी बात से ऊपर के लोग उनसे और उनके भाई यश भद्र सिंह मोनू तथा उनके समर्थकों से खफा हैं.
पूर्व विधायक सोनू सिंह ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत उनकी बहन अर्चना सिंह ने जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ा और काफी वोटों से अंतर से वह चुनाव जीती भी हैं और अब वह जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदार हैं . बस यही वजह है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद उनके यानी कि चंद्र भद्र सिंह सोनू और उनके भाई यश भद्र सिंह मोनू तथा उनके परिवार के और उनके समर्थकों के खिलाफ लगातार राजनीतिक द्वेष के चलते फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं. कई मामलों में तो खुद पुलिस वादी बनी है और मुकदमे दर्ज किए हैं.
अंत में पूर्व विधायक ने न्याय हित में पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है और पुलिस महानिदेशक से न्याय हित में उच्च स्तरीय जांच कराकर राहत दिलाई जानी की गुहार लगाई है.
गौरतलब है कि अभी हाल में ही ब्लाक प्रमुख यश भद्र सिंह मोनू के काफिले को सुल्तानपुर में नगर कोतवाल ने रोक लिया था और विभिन्न मामलों में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की गई थी दूसरे दिन यश भद्र सिंह मोनू और उनके समर्थक जमानत पर छूटे थे.
अब चंद्र भद्र सिंह सोनू और यश भद्र सिंह मोनू को यह लग रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव से पहले उन्हें और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा जिससे वह चुनाव में सक्रिय रूप से भाग न ले पाएं, यही वजह है कि अब वह उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
देखना यह है कि पुलिस के आला अधिकारी और उच्च स्तरीय प्रशासन पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू के इस पत्र पर संज्ञान लेकर कोई जांच करवाता भी है या उनके इस प्रार्थना पत्र को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव तक ठंडे बस्ते में रखा जाता है.
सुल्तानपुर यूपी से भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क चीफ महेंद्र प्रताप के साथ ब्यूरो रिपोर्ट.