महाराष्ट्र के गृह मंत्री देशमुख ने होम मिनिस्टर के लिए खरीदी पैठणी साड़ी


    पुणे,  भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो रिपोर्ट : महाराष्ट्र राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने नए साल के पहले दिन यानी शुक्रवार 1 जनवरी को घर की होम मिनिस्टर के लिए येरवडा जेल से एक सुंदर सी पैठणी साड़ी खरीदी.  इस साड़ी को ओपन जेल में काम करने वाले कैदियों द्वारा बनाया गया था और जेल की दुकान में ही ऐसी साड़ियों को बेचा जाता है. 



 आपको बता दें कि राज्य के गृह मंत्री देशमुख ने शुक्रवार को पुणे के ऐतिहासिक येरवडा सेंट्रल जेल  का निरीक्षण किया.  इसी अवसर पर उन्होंने बंदियों के श्रम से बने अनेक वस्तुओं के बिक्री केंद्र का भी निरीक्षण किया . इसी केंद्र से गृह मंत्री देशमुख ने जेल के कैदियों द्वारा हाथ से बीनी गई पैठणी साड़ी अपनी पत्नी के लिए यहां से खरीदी.  हालांकि जेल प्रशासन उनसे इस साड़ी की कीमत नहीं लेना चाहता था किंतु उन्होंने आग्रह पूर्वक साढ़े ₹9000 की कीमत भी अदा की.



इस संबंध में जब पत्रकारों ने उनसे पूछा तो देशमुख ने कहा कि जेल में आने वाला हर व्यक्ति जन्मजात अपराधी नहीं होता. कुछ लोग अधिक क्रोध आवेश में आ जाने की वजह से अपराधी बनते हैं तो कुछ परिस्थितियों के चलते अपराधी बन जाते हैं.उसके पश्चात न्याय देवता द्वारा सुनाई गई सजा वह यहां भोगते हैं परंतु एक मनुष्य के रूप में जीवन जीने के उनके अधिकार को छीना नहीं जा सकता. उनके द्वारा की गई गलती की सजा जब वे भुगत लेते हैं तो उन्हें पुनः समाज की मुख्यधारा में शामिल होना होता है . ऐसे समय में जेल में उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं की बिक्री से जो आमदनी होती है वह उन्हें जेल से बाहर नया जीवन जीने के लिए मददगार साबित हो सकती है. इसी भूमिका से मैंने येरवड़ा जेल से कैदियों द्वारा बीनी गई पैठणी साड़ी अपनी मिसेस के लिए यहां खरीदी है. 



 मैं यह भी चाहता हूं कि नागरिक यहां बड़ी संख्या में आएं और रोजमर्रा की जरूरतों की चीजों को यहां से खरीदें. यहां लगभग सारी चीजें जो दैनिक उपयोग में लगती हैं कैदियों द्वारा तैयार की जाती हैं और बेची जाती हैं .अपने समाज के रास्ता भटक गए लोगों को पुनः मुख्यधारा में लाने के लिए उनका यह उपक्रम यदि समाज ने स्वीकारा तो उन्हें बड़ी मदद होगी.  ऐसा भी इस अवसर पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा. 



आपको बता दें कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख 31 दिसंबर की रात पुणे में ही मौजूद थे और वह खुद पुणे के पुलिस नियंत्रण कक्ष में आने वाले हर फोन कॉल को अटेंड कर रहे थे . इस संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं भी अपनी पत्नी के साथ साल का आखरी दिन बिता सकता था परंतु ऐसा मैंने नहीं किया, जाहिर सी बात है इससे मेरी घर की होम मिनिस्टर कुछ नाराज जरूर होंगी.इसीलिए उन्हें खुश करने के लिए मैंने यह पैठणी साड़ी यहां से खरीदी है. 


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