यूपी में पंचायत चुनाव की हलचल हुई शुरू, जिला अधिकारियों को मिला आयोग का पत्र


लखनऊ, भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो रिपोर्ट :   


उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल लगभग बज चुका है. राज्य सरकार चुनाव की तैयारियों में लग गई है. प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को इस संबंध में सूचनाएं निर्गत की जा चुकी है . बृहद मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य 1 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है . सूत्रों की माने तो दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 के मध्य पंचायत चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. 


 गौरतलब है कि मौजूदा समय में प्रदेश में कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है बावजूद इसके प्रदेश में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे.  



इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश के अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश शर्मा ने प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को 19 अगस्त 2020 को एक पत्र निर्गत करते हुए अवगत कराया है कि निर्वाचन आयोग से मिली सूचना के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बृहद मतदाता नामावली पुनरीक्षण कार्य 1 सितंबर 2020 से शुरू किया जाना है. जिसके लिए सभी जिला अधिकारी व्यवस्था सुनिश्चित करें. 


  आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार और मध्य प्रदेश सरकार अपने यहां समय पर पंचायत चुनाव संपन्न करवा रही है उसी क्रम में उत्तर प्रदेश में भी पंचायत चुनाव सोशल डिस्टेंसिंग के साथ संपन्न करवाने का मन सरकार बना चुकी है. 


 उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज अनुभाग के सूत्रों की माने तो पंचायत चुनाव टाले नहीं जाएंगे. जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत और गांव पंचायत के चुनाव इसी साल के अंत तक कराने की जद्दोजहद में उत्तर प्रदेश सरकार लग चुकी है. जनवरी अंत तक पंचायत संबंधी सभी चुनाव को राज्य सरकार संपन्न करवाने जा रही है. 


 अक्टूबर के पहले हफ्ते में राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है और उसी के साथ राज्य में आदर्श चुनावी आचार संहिता भी प्रभावी हो जाएगी. 


 


 खबर तो यह भी है कि ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों से अब कभी भी उनका बस्ता  जमा करवाया जा सकता है. पंचायत चुनाव के बिगुल की आहट मिलते ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां विशेषतया गांव गलियों की राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने के आसार बन गए हैं. 


 


 


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