लखनऊ,भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट :
आवश्यकता आविष्कार की जननी है, इसलिए सभी एकमत होकर आगे बढ़े, सभी साथी धैर्य बनाए रखें। उक्त बातें उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल ने भगीरथ प्रयास से पत्रकार वार्ता में कही।
शिक्षामित्र 2250 रुपए में भी सेवा दिया है और 10000 में भी दे रहा है ।
परंतु कष्ट इस बात का है कि निरंतर हमारा ही विरोध क्यों।
72825 के लोग हाई कोर्ट से हारे थे और सुप्रीम कोर्ट से जीतकर नौकरी कर रहे हैं। हमें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। शीघ्र ही हम इस पर काम कर रहे हैं।
आपको बताना चाहते हैं कि श्री शुक्ला ने पत्रकार वार्ता में उत्तर प्रदेश के लगभग 20 वर्ष अपने जीवन का बहुमूल्य समय देने हुए प्राथमिक विद्यालयों में गरीबों के बच्चों को बड़ी कर्मठता के साथ शिक्षा दीक्षा देते हुए अल्प संसाधन व अति संघर्षों में अपना जीवन बिताने वाले वाले शिक्षामित्रों को संदेश देते हुए कहा कि हम सब चाहेंगे कि एक मजबूत लड़ाई लड़ा जाए। हमारी तमाम साथियों से वार्ता हुई है। मैं निरंतर सभी के संपर्क में हूं। प्रयास होगा कि एक अच्छी पहल हो और हम एकजुट होकर के इस लड़ाई को लडे।
हमारी मदद करेंगे संगठन का साथ देंगे यह आप पर निर्भर है। हम आप सब के हित में संघर्ष की ओर आगे बढ़ेंगे और बढ़ रहे हैं जो भी होगा शिक्षा मित्रों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आंदोलन भी जून 2018 में किया परन्तु 124000 का प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में लंबित था इसलिए पूरे प्रदेश के लोगों ने ताकत से मदद नहीं किया। फिर भी आंदोलन 13- 14 दिन चला वार्ता हुई और फिर कमेटी बनी लेकिन उसका आज तक कोई निर्णय नहीं आया ।
आप और हम यदि मजबूती से नहीं लड़ेंगे तो उसका परिणाम अच्छा नहीं होगा जहां हम लाखों की तादात में आंदोलन में जाते थे वहां अगर हमारी संख्या कम होगी तो हमारी ताकत कम होगी। हमें पुनः एकत्र होकर के इन तमाम झंझट बातो को छोड़ते हुए सिर्फ अपने संघर्ष और अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ना होगा।
अपने साथियों से पिछले दो-तीन दिन से मै संपर्क मे हूँ। लोगो से फोन पर वार्ता भी करता हूँ। मै निवेदन करता हूँ कि साहस से काम ले यह आज का दिन इनका है तो कल हमारा होगा रात है तो सुबह जरूर होगी।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के समस्त सक्रिय साथी एक दूसरे शिक्षामित्रों के संपर्क में रहे जो साथी इस निर्णय से बहुत दुखी है उनको समझाने का प्रयास करे और एक डोर में बांधने की कोशिश बनाए रखिए।
यह कष्ट धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा और हम अपने संघर्ष में आगे बढ़े इन्हीं शुभकामनाओं के साथ सभी शिक्षामित्र भाइयों बहनों का आह्वान करता हूं कि आप पुनः अपनी नवीन ऊर्जा के साथ आगे बढ़े, साहस बनाए रखें। हम सब एक होकर के एक नए संघर्ष का आगाज करेंगे और हम सब सफल होंगे। दुख और सुख जीवन के पहलू हैं। हम संकट के दौर से गुजर रहे हैं तो हमें अच्छे सुख की अनुभूति भी अवश्य होगी।
निर्णय आने के बाद बहुत लोग बाहर आकर ज्ञान बाँट रहे है हम सब को उनसे सावधान रहने की जरूरत है।