शिक्षामित्रों नें मुख्यमंत्री को संबोधित 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सासंद, विधायक व जिलाध्यक्ष आदि नेताओं को सौंपा

 


भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क के लिए गोरखपुर  मंडल ब्यूरो देवेश पांडे की रिपोर्ट।  उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला अध्यक्ष राम नगीना निषाद  के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों से संबंधित छह सूत्रीय ज्ञापन भाजपा जिला अध्यक्ष को सौंपा।


शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर पूरे प्रदेश में ज्ञापन देने का कार्यक्रम चल रहा है इसी संदर्भ में बुधवार 4 फरवरी को प्रातः 8:00 बजे जिला अध्यक्ष के निवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपते समय अपनी समस्याओं की जानकारी भी दिया।


 शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में जब से शिक्षामित्रों का समायोजन माननीय सुप्रीम कोर्ट से निरस्त हुआ है तब से अवसाद में आकर लगभग 2000 शिक्षामित्रों की जान चली गई है। उनका परिवार दुख व पीड़ा में जी रहा है। ऐसे में बचे हुए शिक्षामित्रों की सहानुभूति पूर्वक न्याय करते हुए शिक्षा मित्रों के साथ सहानुभूति पूर्वक न्याय व्यवस्था को संपादित करते हुए शिक्षामित्रों की मांग पूरा किया जाए।


मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में शिक्षामित्रों की प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं-


नंबर एक पर शिक्षामित्रों का समायोजन सहायक अध्यापक पद पर नियमावली में संशोधन कराकर बहाल कराया जाए समायोजन बहाल होने तक शिक्षा मित्रों को वेतन के समकक्ष  मानदेय देते हुए 12 माह व 62 वर्ष की सेवा तक सुरक्षित किया जाए।


 नंबर दो पर शिक्षामित्रों ने कहा है कि महोदय आप के नेतृत्व में 2018 में शीर्ष स्तर पर शिक्षा मित्रों की समस्याओं के निस्तारण हेतु कमेटी बनी। उस कमेटी की रिपोर्ट को लागू करा कर शिक्षा मित्रों का भविष्य सुरक्षित करते हुए उन्हें नवजीवन प्रदान करने की मांग की है।


 नंबर 3 पर नई शिक्षा नीति में शिक्षामित्रों की 19 वर्ष की सेवाओं को देखते हुए समायोजन हो तो नियमों में संशोधन करा कर शिक्षा मित्रों का भविष्य सुरक्षित किए जाने की मांग की है।


 नंबर चार पर शिक्षामित्रों ने कहा है कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक कटऑफ सुनने करते हुए सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त किए जाने की मांग की है।


नंबर पांच पर शिक्षामित्रों के मानदेय की धनराशि समय से आवंटित हो जाए जिससे हर माह शासनादेश के अनुसार प्रत्येक माह की 7 तारीख तक संबंधित के खाते में प्रेषित हो सके।


शिक्षामित्रों की छठवीं मांग ज्ञापन के माध्यम से जो शिक्षामित्र मूल विद्यालय एवं महिला शिक्षामित्र पति के निवास पर अद्यतन नहीं आ पाई हैं तथा दूसरे जनपद में भी जाना चाहते हैं, तो उनके प्रत्यावेदन पर विचार करते हुए शीघ्र संशोधित विद्यालय में शिक्षण कार्य करने हेतु आदेश भेजे जाने की मांग की है।


शिक्षामित्रों की समस्याओं को सुनने के बाद जिला अध्यक्ष महोदय ने सहानुभूति पूर्वक अपने विचार रखे और इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से मिलने को कहा है। इस पर संगठन ने त्वरित निर्णय लेते हुए होली पूर्व मिलने का विचार बना रहा है। इसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार कर ली जाएगी ऐसा संगठन के जिला अध्यक्ष राम नगीना निषाद ने कहा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में अविनाश कुमार, रामनाथ, रमेश कुमार, राघवेंद्र पांडे तथा मनोज पांडे उपस्थित रहे।


वहीं दूसरी ओर खबर आई है कि जनपद संभल के शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल उपरोक्त मांगों को दोहराते हुए कहा है कि शिक्षामित्रों को 2 माह से मानदेय नहीं मिला इसके संबंध में शासन से अतिशीघ्र ग्रांट जारी कराकर मानदेय भुगतान कराया जाए ज्ञापन देने वालों में रविंद्र खारी मनीष कुमार शैलेश कुमार राज कुमार महेश कुमार मनोज कुमार शर्मा पदम सिंह नेम पाल सिंह भूपेंद्र सिंह रूपकिशोर सतेंद्र पाल बृजकिशोर श्रीपाल रक्षपाल आज शिक्षामित्र उपस्थित रहे


कानपुर देहात से भी शिक्षामित्रों का प्रतिनिधिमंडल ग्राम विकास मंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं को रखते हुए एक ज्ञापन सौंपा समस्या आप सब जानते हैं जोकि क्यों शिक्षामित्रों की बनी हुई है ग्राम विकास मंत्री ने आश्वासन देते हुए शीघ्र ही शासन स्तर पर बात को रखने की बात कही है इस मौके पर कानपुर देहात के जिला अध्यक्ष श्याम सिंह भदोरिया महामंत्री नाइन सिंह शशि भूषण सिंह राजेंद्र बाबू अजय त्रिपाठी विवेक द्विवेदी रीना सिंह अरविंद राजपूत आदि दर्जनों शिक्षामित्र उपस्थित रहे।


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