घर में ही आइसोलेशन पर रखे गए लोग घूमते मिले तो होगी कडी कार्रवाई, हो सकती है जेल
पुणे, भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो रिपोर्ट.:
पुणे में पांच और संदिग्ध मरीजों के कोरो ना संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है इस प्रकार पुणे में अब कुल को रोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 से बढ़कर 15 हो गई है यह जानकारी विभागीय आयुक्त दीपक में से कर और जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने दी है.
विदेशों से जाकर भारत आए जिन संदिग्धों को आइसोलेशन के तहत उनके घरों पर ही रखा गया है ऐसे व्यक्ति यदि बाहर खुली हवा में घूमते हुए मिले तो उनके और उनके परिजनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। धारा 188 के तहत दूसरों की भी जान खतरे में डालने के मामले में ऐस व्यक्ति या व्यक्तियों को 6 महीने तक की जेल भी हो सकती है। यह चेतावनी आज कडे शब्दों में विभागीय आयुक्त दीपक म्हैसेकर ने दी।
दीपक म्हैसेकर यहां जिलाधिकारी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम और जिला परिषद के सीईओ आयुष प्रसाद तथा निवासी उप जिलाधिकारी जयश्री कटारे आदि मौजूद थे।
विभागीय आयुक्त ने कहा कि, विदेश दौरा कर जिन लोगों को उनके ही घर में आईसोलेशन पर रखा गया है उनसे सबसे अधिक खतरा उनके परिजनों को ही है। इसलिए परिजन ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें। घर में विलग कक्ष में रखे गए ऐसे व्यक्ति को यदि बाहर घूमते पाया गया तो संबंधित व्यक्ति और उसके जिम्मेदार परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब तक विदेशों से पुणे आए 11 हजार 508 लोगों को उनके घरों पर ही आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक प्रशासन इनसे जुडे 35 हजार से अधिक लोगों की छानबीन कर चुका है। विदेशों से आए 914 लोगों को संस्थागत निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह आंकडा अकेले पुणे शहर का नहीं बल्कि समूचे पुणे विभाग का है।
दीपक म्हैसेकर यहां जिलाधिकारी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम और जिला परिषद के सीईओ आयुष प्रसाद तथा निवासी उप जिलाधिकारी जयश्री कटारे आदि मौजूद थे।
विभागीय आयुक्त ने कहा कि, विदेश दौरा कर जिन लोगों को उनके ही घर में आईसोलेशन पर रखा गया है उनसे सबसे अधिक खतरा उनके परिजनों को ही है। इसलिए परिजन ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें। घर में विलग कक्ष में रखे गए ऐसे व्यक्ति को यदि बाहर घूमते पाया गया तो संबंधित व्यक्ति और उसके जिम्मेदार परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब तक विदेशों से पुणे आए 11 हजार 508 लोगों को उनके घरों पर ही आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक प्रशासन इनसे जुडे 35 हजार से अधिक लोगों की छानबीन कर चुका है। विदेशों से आए 914 लोगों को संस्थागत निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह आंकडा अकेले पुणे शहर का नहीं बल्कि समूचे पुणे विभाग का है।