पुणे/पिंपरी भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क : पुणे में हिंदी के पुरोधा रहे चिंचवड के गोदावरी विद्यालय वा गोदावरी कनिष्ठ कॉलेज के संस्थापक हरीनाथ पांडे अब नहीं रहे. बीमारी के चलते बीती रात उनका दुखद निधन हो गया.
सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में आज मंगलवार 10 मार्च को पिंपरी-चिंचवड के चिखली इलाके में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
आपको बता दें कि हरीनाथ पांडे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के पट्टी तहसील क्षेत्र के निवासी थे. हरीनाथ पांडे रोजी रोटी की तलाश में मुंबई होते हुए 1970 में पुणे आए थे यहां उन्होंने सबसे पहले एस एम जोशी विद्यालय में हिंदी अध्यापक के रूप में सेवा शुरू की थी.
1970 के दौर में पुणे में हिंदी भाषियों की संख्या काफी कम थी और जो भी थी उनके बच्चों के लिए पर्याप्त हिंदी विद्यालय नहीं थे. खासकर पिंपरी-चिंचवड इलाके में रहने वाले हिंदी भाषियों के बच्चों के लिए हिंदी विद्यालय की सख्त आवश्यकता थी.
कई हिंदी भाषियों ने हरीनाथ पांडे से मुलाकात कर उनसे पिंपरी-चिंचवड में हिंदी विद्यालय शुरू करने का अनुरोध किया था. हिंदी भाषियों के अनुरोध को देखते हुए हरीनाथ पांडे पिंपरी-चिंचवड में हिंदी विद्यालय शुरू करने को लेकर रुचि दिखाई और इसी सिलसिले में उनकी मुलाकात मोहन नगर चिंचवड़ के प्रसिद्ध भूदानी तपस्वी से हुई.
तपस्वी जी ने पिंपरी-चिंचवड में विद्यालय शुरू करने के लिए हरीनाथ पांडे को जमीन उपलब्ध करवाया और इसी जमीन पर मात्र 2 कमरों से हरीनाथ पांडे ने गोदावरी हिंदी विद्यालय की स्थापना की.
बाद में गोदावरी हिंदी विद्यालय का विस्तार हुआ और कनिष्ठ कॉलेज बना आज गोदावरी शिक्षण संस्थान भारतीय ज्ञानवर्धिनी सभा द्वारा संचालित किया जा रहा है और डीएड कॉलेज सहित अनेक विद्यालय व कालेज यह संस्थान चला रहा है.
बहर हाल 80 साल की उम्र में हरीनाथ पांडे ने यह नश्वर संसार छोड़ दिया है उनके पीछे बहू बेटे व नाती पोतों का भरा पूरा परिवार है. उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है जिससे उनके निधन पर पिंपरी चिंचवड सहित समूचे पुणे में शोक की लहर दौड़ गई है.
भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क की ओर से स्वर्गीय हरीनाथ पांडे की चिर शांति के लिए भगवान भोलेनाथ के चरणों में विनम्र प्रार्थना है भगवान उन को चिर शांति प्रदान करें.