भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क के लिए मुंबई से विनोद प्रताप सिंह और पुणे से पुष्कर महाजन के साथ संपादक श्री लवकुश तिवारी.
महाराष्ट्र राज्य में कोरोना संक्रमित कुल मरीजों की संख्या अब 26 से बढकर 33 हो गई है। यह जानकारी आज एक संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है। इधर पुणे में आज एक और व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि लैब से हो गई है। यह व्यक्ति पिंपरी चिंचवड इलाके का निवासी है। इस प्रकार अकेले पिंपरी चिंचवड मनपा की सीमा में कोरोना प्वाजिटव मरीजों की संख्या अब 8 से बढकर 9 हो गई है जबकि पुणे शहर में कुल प्वाजिटव मरीजों की संख्या 7 है। इस प्रकार पुणे व पिंपरी चिंचवड में अब कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 16 हो गई है।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के हवाले से आई खबरों में बताया गया है कि उन्होंने मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में बुधवार से कोरोना जांच के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करने की जानकारी देते हुए बताया है कि एमपीएससी की परीक्षाओं को 31 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है। परीक्षा की अगली तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। राजेश टोपे ने बताया है कि कोरोना के कहर को देखते हुए धुले, औरंगाबाद, मिरज, सोलापुर के मेडिकल कालेजों में प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी। कोरोना उपचार के लिए राज्य सरकार स्वतंत्र रूप् से 450 वेंटीलेटर उपलब्ध करवा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोरोना पर ताजी अपडेट्स देते हुए पत्रकारों को बताया कि अब तक मुंबई, पुणे और नागपुर जैसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडों पर 1584 फ्लाइटों के 1 लाख 81 हजार 925 यात्रियों की जांच की गई है।
उन्होंने कहा कि कोरोना को ध्यान में रखकर राज्य में कोवीड-19 उपाययोजना अधिसूचना लागू कर दी गई है जिससे आवश्यकता पडने पर विलगीकरण के लिए निजी अस्पतालों के कक्ष और बेड्स का उपयोग करने का आदेश कोरोना प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को दिया जा चुका है।
राजेश टोपे ने पत्रकारों को बताया कि स्कूल कालेज माल्स के साथ ही अब पुरातन वस्तु संग्रहालयों को भी बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया है। महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा को भी रद कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि जिस समय मैं यह कान्फ्रेंस कर रहा हूं उस समय तक राज्य में कुल 32 प्वाजिटिव मरीज पाए गए हैं। संदेहास्पद मरीजों की जांच के लिए जल्द ही और प्रयोगशालाएं कार्यान्वित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य को इस संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए सरकार सभी सर्तकता बरत रही है। आवश्यकतानुसार ही यात्रा करने और अनावश्यक भीड टालने का आवाहन लगातार किया जा रहा है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर दवाओं के छिडकाव स्वस्छता रखने का आदेश दिया जा चुका है जिस पर अमल भी किया जा रहा है। मुुंबई में संक्रामक रोग से बचाव के लिए धारा 144 लगाई गई है। राज्य में आज 95 संदिग्धों को भर्ती कराया गया है।