सुल्तानपुर ,आशुतोष उपाध्याय ,की रिपोर्ट
अपनी खास नज़्म "कहाँ है वो मेरा हिंदुस्तान जिसे मैं ढूंढ रहा हूँ".. की वजह से विदेशों तक बनी थी पहचान.....।
अखँड भारत के सपने को गीतों, गजलों मेँ पिरोने वाले सुलतानपुर की शान, भारत माता के सपूत मशहूर शायर अजमल सुल्तानपुरी
का आज शाम को निधन हो गया। गँगा जमुनी तहजीब के अगुवा तथा सामाजिक एकता व समरसता के इस सितारे के डूब जाने से साँस्कृतिक विरासत को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है। दो बार की मुलाकात में आपसे बहुत सीखा और सुना...।
हम सब सजल नेत्रों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।