राष्ट्र धर्म और नैतिक मूल्यों पर आधारित होनी चाहिए पत्रकारिता : संजय गुप्ता


 पुणे, भगीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क  ब्यूरो चीफ पुष्कर महाजन की रिपोर्ट :  पत्रकारिता व्यवसाय नहीं है यह राष्ट्र सेवा का एक सशक्त माध्यम है । मैं देश के तमाम पत्रकारों से यह कहना चाहता हूं कि पत्रकारिता नैतिक मूल्यों और राष्ट्र धर्म पर आधारित हो।  पत्रकारिता और पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है और इस चौथे स्तंभ को एक सजग प्रहरी के रूप में बनाए रखने के लिए पत्रकारिता को सदैव राष्ट्र धर्म के रूप में लिया जाना चाहिए ।  यह उद्गार दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्ता ने यहां पुणे में व्यक्त किया । 


 लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक द्वारा पुणे से शुरू किए गए मराठी दैनिक केसरी के स्थापना दिवस के उपलक्ष में हर साल लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार केसरी ट्रस्ट की ओर से प्रदान किया जाता है। इस साल यह पुरस्कार दैनिक जागरण के प्रधान संपादक और सुप्रसिद्ध स्तंभ लेखक संजय गुप्ता को प्रदान किया गया। इसी अवसर पर संजय गुप्ता बोल रहे थे। 


 इस कार्यक्रम का प्रारंभ श्री गणेश जी की पूजा और आरती के साथ हुआ।  कार्यक्रम के दौरान केसरी ट्रस्ट के विश्वस्त और दैनिक केसरी के प्रधान संपादक दीपक तिलक के हाथों यह पुरस्कार संजय गुप्ता को प्रदान किया गया। 


 इसी अवसर पर वेदशास्त्रोत्तेजक सभा, वैदिक संशोधन मंडल, वक्तृत्वोत्तेजक सभा, अनाथ हिूंद महिलाश्रम,  वरिष्ठ पत्रकार सुकृत खांडेकर को जयवंतराव  तिलक पुरस्कार प्रदान किया गया । इस कार्यक्रम में दैनिक केसरी से सेवानिवृत्त होने वाले कार्यालय कर्मचारियों और पदाधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। 


 कार्यक्रम के आरंभ में केसरी के विश्वस्त परिणति तिलक ने संजय गुप्ता का परिचय करवाया।  इस अवसर पर केसरी ट्रस्ट की ट्रस्टी गीताली तिलक भी मंच पर मौजूद थीं। 


 अपने संबोधन में संजय गुप्ता ने आगे कहा कि पत्रकारिता को नैतिकता का आधार आवश्यक है।  पत्रकारिता करते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए यदि कहीं कुछ अच्छा हो रहा है तो उसकी सराहना हो और कहीं गलत हो रहा हो तो पूरी निर्भीकता से उस पर टिप्पणी की जाए। 


गुप्ता ने समाचार पत्रों  और मीडिया की ओर संकेत करते हुए कहा कि इन संस्थाओं को हमेशा नैतिकता और राष्ट्र धर्म पर आधारित पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ा रहना चाहिए। उन्होंने पत्रकारों के लिए कहा कि पत्रकारिता देश भक्ति और देश हित के लिए होनी चाहिए। पत्रकारिता से जुड़े संस्थानों को इस व्यवसाय को पूरी ईमानदारी व साहस से चलाना चाहिए। 


 श्री गुप्ता ने कहा कि आज सोशल मीडिया और बढ़ते चैनल्स  की बड़ी चुनौती मुद्रण माध्यमों के सामने है। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए समाचार पत्रों को चाहिए  कि वै  साफ नीयत और विश्वसनीय समाचार अपने समाचार पत्रों में प्रकाशित करें। 


संजय गुप्ता ने कहा कि आज जागरूक पत्रकार और जागरूक पत्रकारिता की आवश्यकता है। माध्यमों को जागरूक पत्रकारिता पर जोर देना होगा। 


 संजय गुप्ता ने शिक्षण व्यवस्था पर भी चोट की और कहा कि आज देश में शिक्षा की स्थिति अत्यंत चिंतनीय है। गरीबों के लिए शिक्षा अत्यंत महंगी और कठिन हो गई है इसके लिए निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा  की व्यवस्था की जानी चाहिए। श्री गुप्ता न्यू स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि देश के लोगों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है इस क्षेत्र में भी अभी बहुत काम किया जाना बाकी है कुपोषण दूर किया जाना बाकी है। 


इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री कांग्रेसी नेता बालासाहेब थोरात भी उपस्थित थे।  श्री थोरात ने अपने संबोधन में कहा कि  समाचार पत्र और मुद्रण माध्यम आज भी सत्यता की राह पकड़े हुए हैं। यदि कहीं कोई गलती हो जाती है तो दूसरे दिन उसका खुलासा भी करते हैं। चैनल और सोशल मीडिया के आ जाने के बावजूद भी प्रिंट मीडिया का महत्व कम नहीं हुआ है।  प्रिंट मीडिया को और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता पर थोरात ने बल दिया। 


कार्यक्रम में पुणे के मेयर मुरलीधर मोहल ने कहा कि समाज में जन जागृति लाने का काम लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने किया।  उन्हीं की प्रेरणा स्वरुप यह पुरस्कार प्रदान कार्यक्रम आज भी जारी है वास्तव में इसके माध्यम से अच्छे लोगों के अच्छे कार्यों को समाज के सामने लाना होता है जिसे केसरी ट्रस्ट बखूबी कर रहा है। 


  इस कार्यक्रम केसरी के संपादक डॉ दीपक तिलक ने किया और आभार प्रदर्शन विनोद सातव ने   व्यक्त किया।  कार्यक्रम पुणे के सुप्रसिद्ध केसरी वाड़ा में आयोजित किया गया था। 


 


 


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