नई दिल्ली भागीरथ प्रयास न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो रिपोर्ट : दिल्ली के जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी रविवार शाम हुए हिंसक आंदोलन और पश्चिम बंगाल में आज टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की हजारों की संख्या वाली रैली पूर्वोत्तर में हुए दंगों जैसी घटनाओं के बाद जब समूचा देश शांति की अपेक्षा कर रहा है ऐसे में कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी अपने दल बल के साथ इंडिया गेट पर आज सोमवार शाम धरने पर बैठ गई हैं।
प्रियंका गांधी के इस आंदोलन में भाई और राहुल गांधी तो नजर नहीं आ रहे हैं किंतु अनेक वरिष्ठ कांग्रेसी इस आंदोलन में शामिल देखे जा रहे हैं इनमें राजेश टाइटलर का भी समावेश है जिनके ऊपर सन 1984 के सिख दंगों का आरोप लगता रहा है।
प्रियंका गांधी भी नागरिकता कानून को लेकर सड़क पर उतरी है साथ ही उनकी मांग यह भी है कि दिल्ली में कल रात जो कुछ भी हुआ उसकी जांच करवाई जाए और दोषियों को सजा दी जाए देश का माहौल शांतिपूर्ण किया जाए।
उल्लेखनीय है कि चंद दिनों बाद ही दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर कब्जा करने के लिए लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां हर हथकंडे अपना रही हैं और जनता खासकर मतदाताओं को प्रभावित करने वाले सभी जुगत भिड़ा रही हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है किक यही मूल वजह है जो हस्तिनापुर अर्थात दिल्ली एक बार फिर कुरुक्षेत्र बन्नी की कगार पर खड़ी हो गई है।