कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने कहा कि “राहुलजी गांधी ने सेना का अपमान किस प्रकार किया है, यह फडणवीस स्पष्ट करें। अन्यथा वे अपने संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखते हुए जिम्मेदारी से बोलें। तथ्यहीन और आधारहीन आरोप करना मुख्यमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है।”
गोपालदादा तिवारी ने जारी प्रेस बयान में कहा कि “नागपुर में शहीदों और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम को फडणवीस ने राजनीतिक मंच में बदल दिया और बिना किसी आधार के राहुल गांधी पर टिप्पणियां कीं, जो कि निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।”
उन्होंने आगे कहा कि पुलवामा हमले के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर देश की एकता और सरकार के प्रति समर्थन की भूमिका स्पष्ट की थी। लेकिन पाकिस्तान पर सेना द्वारा किए गए हमले से पहले विदेश मंत्री द्वारा पाकिस्तान को पूर्व सूचना देना—यह कौन सी कूटनीतिक सूझबूझ थी, इसका जवाब पहले फडणवीस अपने ही केंद्र सरकार से मांगें। क्या यह देशविरोधी कार्रवाई नहीं थी, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
तिवारी ने कहा कि “सेना जैसे समर्पित संस्थान को ‘अग्निवीर’ योजना की चार साल की ठेकेदारी में बांधना गलत है, और राहुल गांधी इस मुद्दे पर लगातार आवाज उठा रहे हैं। यही बात भाजपा को चुभ रही है, इसलिए वे तथ्यहीन आलोचनाएं कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के बाद देश की जनता ने कांग्रेस की भूमिका को पहचाना और संसद में कांग्रेस की सीटें दोगुनी कर राहुल गांधी को संविधानिक रूप से विपक्ष के नेता के पद पर बैठाया है, इसका सम्मान भाजपा नेताओं को करना चाहिए।
अंत में तिवारी ने कहा, “कांग्रेस की तिरंगे के प्रति आत्मीयता स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी हुई है, यह कोई 2005 के बाद शुरू हुई भावना नहीं है।”